मनोज कश्यप, हरिद्वार

हरिद्वार / हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की आज शनिचर अमावस्या आज है। शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या या शनिश्वरी अमावस्या भी कहते हैं। ज्योतिषीय दृष्टि से इस अमावस्या का बहुत महत्व होता है।

बहादराबाद  स्थित शनिदेव मंदिर के पंडित महेश्वर प्रसाद चमोला शास्त्री ने बताया की यह दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना कर उनकी कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि आज के दिन जो लोग अपने शरीर से पीड़ित होते हैं और जिन लोगों के घर में गृह क्लेश रहता है उन लोगों को शनिदेव की पूजा अर्चना करनी चाहिए ऐसा करने से उनके घर में सुख शांति रहेगी व पीड़ा से छुटकारा मिलेगा।

नवग्रहों में शनि को न्यायाधिपति माना गया है,वे मनुष्यों को उनके कर्मानुसार फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष में शनि की दृष्टि एवं चाल बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है,इनकी दृष्टि अनिष्टकारक मानी गई है और शनि की चाल बहुत धीमी है। ये एक राशि से दूसरी राशि में जाने में लगभग ढाई वर्ष का समय लेते हैं। आखिर क्यों शनि मंद गति से चलते हैं,क्यों इनकी दृष्टि अमंगल होती है ।

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