पिरान कलियर/मनव्वर क़ुरैशी।तहसील प्रशासन के अधिकारियों को सेवादारों एवं उनके दलालो द्वारा भृमित कर मेला भूमि को बेचकर खुर्द-बुर्द करना चाहते है।इसी प्रकरण को लेकर आज तहसीलदार के नेतृत्व में तहसील प्रशासन भृमित होकर कलियर पहुंचे। जो मेला भूमि को भूमाफियाओं को सौंपकर बेचने के लिए खुर्द-बुर्द कराने पर तुला है। रुड़की तहसीलदार चन्द्र शेखर वशिष्ट जब दरगाह कार्यालय पहुंचे और उन्होंने मेला भूमि की बाबत दरगाह कार्यालय से प्रबन्धक सहित कर्मचारियों एवं पुलिस प्रशासन की साथ वार्ता की कि मेला भूमि की पैमाइश करने के लिए आए है।

उक्त प्रकरण की जानकारी मिलते है मेला भूमि बचाव समिति के लोग अकीदतमंद तहसीलदार महोदय जी से मिलने दरगाह कार्यालय पहुंचे और उन्होंने उक्त प्रकरण को लेकर 3 मामले न्यायालयों में विचाराधीन होने की तहसीलदार महोदय को जानकारी दी और मुकदमो के अंतिम आदेश तक मेला भूमि में कोई भी प्रकिर्या न करने की गुहार लगाई।लेकिन तहसीलदार महोदय ने किसी की नही सुनी और पुलिस प्रशासन को साथ लेकर पैमाइश के लिए मोके पर पहुचे जैसे ही तहसील प्रशासन मेला भूमि पहुंचे ऐसे ही भाजपा के हज कमेटी अधयक्ष शमीम आलम सैकड़ो अक़ीदतमन्दों एवं मेला भूमि बचाव समिति के लोग और नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शफक्कत अली एवं नगर पंचायत के ई ओ रमेश सिंह रावत भी मौके पर पहुंचे जैसे ही शमीम आलम साहब के आने की जानकारी तहसीलदार महोदय को मिली तो वे तभी मोके से नदारद हो गए।

काफी समय तक उनकी प्रतीक्षा करने बाद जब तहसीलदार महोदय नही मोके पर आए तब शमीम आलम साहब ने रुड़की जुवाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह से उक्त मामले से अवगत कराकर मेला भूमि में कोई भी हस्तक्षेप न करने को कहा उक्त मामले को लेकर कल यानी 24 नवम्बर बुद्गवार को दोपहर 1 बजे जुवाइंट मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर वार्ता करने के लिए शमीम आलम साहब को आमंत्रित किए है।आपको बताते चले कि उक्त मामले को लेकर माननीय उच्च न्यायालय नैनिताल के आदेश संख्या 1289/2019 में स्पस्ट रूप से लिखा है कि कब्जाहस्तान्तरण से पहले ये सुनिश्चित कर लिया जाए कि किसी अन्य कोर्ट में मामला विचाराधीन तो नही है।जबके मेला भूमि के सम्बंध में आज दिनांक 23 नवम्बर 2021 को 3 मुकदमे विचाराधीन है।

नम्बर (1-)दानिश, सत्तार, सलीम संख्या 81/2018 टीरिबनल देहरादून में विचाराधीन है।
नम्बर (2-)अब्दुल सत्तार पुत्र जहूर अहमद के नाम से मुकदमा संख्या 3324/2020 माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल में विचाराधीन है।
नम्बर (3-)उत्तराखण्ड वक़्फ़ बोर्ड के नाम से मुकदमा संख्या 74/2021जिला क्लेक्टर हरिद्वार में विचारधीन है।

जब अक़ीदतमन्दों को इस प्रकरण की जानकारी मिली कि तहसील प्रशासन मेला भूमि को सेवादारों एवं इनके दलालो से भृमित होकर सेवादारों के द्वारा बेचने एवं खुर्द-बुर्द कराने आए है। अक़ीदतमन्द हज कमेटी अध्यक्ष शमीम आलम के नेरत्व में सैकड़ो की संख्या में पहुंचे तो तहसीलदार महोदय मेला भूमि में नही मिले।जब अक़ीदतमन्दों ने जो कलियर कार्यालय से तहसील प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को लेकर ये कहकर चले थे कि आज इस प्रकरण का निपटारा करके ही जाऊंगा। लेकिन न जाने क्या मामला पर्दे के पीछे चल रहा है जो तहसीलदार महोदय हज कमेटी के मंत्री शमीम आलम के आने की खबर से मोके से नदारद मिले इसका कहि से जवाब नही मिल रहा है

आखिर साबिर पाक की मेला भूमि को लेकर तहसील प्रशासन इतनी जल्दबाजी में क्यो है। और क्या करना चाहता है जबकि कलियर में दरगाहो की चल अचल संपत्ति एवं देखरेख की जिम्मेदारी खुद जिला प्रशासन पर है।उक्त मामले को लेकर हज कमेटी के मंत्री शमीम आलम ने तो यहां तक कह डाला है कि कोई भी अधिकारी अगर किसी से भृमित होकर साबिर पाक की मेले वाली जमीन को खुर्द-बुर्द कराना चाहते है तो उनको मेरी लाश से गुजर कर ऐसा करना होगा में साबिर पाक की जमीन के लिए अपनी जान भी देने के लिए तैयार हूं मेरे जीते जी ये जमीन कोई भी बेचने व खुर्द-बुर्द करने की जुर्रत न करे में ऐसा हर गीज नही होने दूंगा।

उक्त मामले को लेकर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराकर उक्त मामले में आदेश कराउंगा।इस मामले को लेकर शफक्कत अली,अकबर अली,हाजी लाला त्यागी,राव इरफान अहमद,रौनक अली,अब्दुल सत्तार,मुस्तफा त्यागी,गुलफाम अली,भाजपा नेता असरार अल्वी,दिलशाद अली,मास्टर शहजाद उर्फ सय्याद,मौषम अली उर्फ बारू,शौकीन अली,रहीस क़ुरैशी, शमीम सलमानी,अपने अपने साथियों के साथ सैकड़ो की संख्या में मेला भूमि पर पहुंचे।वही काफी संख्या में पुलिस प्रशासन एवं मीडिया कर्मी भी मौके पर डटे रहे।

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