हरिद्वार / भगत सिंह चौक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा यूपी के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे व अन्य भाजपा नेताओं द्वारा किसानों पर किए गए नरसंहार के विरोध में यूपी सरकार एवं केंद्र सरकार का पुतला दहन कर प्रदर्शन किया गया। चंद्राचार्य चौक तक जूलूस निकालकर भाजपा सरकार की गुंडागर्दी की निंदा की गई और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन प्रेषित किया गया ।

सभा में इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज कुमार ने कहा कि 26 सितंबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री द्वारा किसानों को 2 मिनट में समाप्त करने का वीडियो से क्षेत्र में गुस्सा व्याप्त था।वे सभा में कहते हैं कि मैं सांसद व मंत्री से पहले भी कुछ ओर भी हूं। मतलब खुली गुंडागर्दी। लोकतांत्रिकदेश में गृह राज्य मंत्री जो कानून व्यवस्था के रक्षक के रूप में व्यवस्था के रक्षक के रूप में होते हैं। उनके द्वारा किसानों एवं किसान आंदोलन को खुली चेतावनी हिटलर शाही पूर्ण रवैया है। यह मौतें नहीं हत्याएं हैं।

क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के संयोजक नासिर अहमद ने कहा कि पूंजीवाद जब संकट में आता है तो वह फासीवाद की ओर बढ़ता है यह घटना फासीवादी कदम को स्पष्ट रूप से दिखाता है कि अपने देश के किसानों के शांतिपूर्ण विरोध को भी नहीं सह सकती हैं वित्तीय पूंजी पतियों के हितों के लिए आप खुलेआम किसानों के नरसंहार पर उतर आते हैं ।
प्रगतिशील महिला केंद्र की संयोजिका दीपा ने कहा कि लखीमपुर खीरी का यह क्या हत्याकांड इतिहास में काले पन्नों में शामिल हो गया है। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के उपाध्यक्ष नीशू कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार अंबानी अडानी के मुनाफे को बढ़ाने के लिए किसानों को मौत के घाट उतार रही है। प्रदर्शन में सभी संगठन ने मांग की हैं कि लखीमपुर खीरी में किसानों का नरसंहार करने वाले भाजपा नेताओं पर 302 का मुकदमा दर्ज कर कड़ी सजा हो ।

मृतक किसान परिवार जनों को 50- 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को तत्काल बर्खास्त किया जाए।

पुतला दहन एवं सभा में पंकज कुमार, नासिर अहमद ,नीशू कुमार,राजू ,हरीश , अवधेश कुमार,बृजराज सिंह, सत्यवीर सिंह राजकिशोर, कुलदीप, रमन , प्रदीप कुमार,अरविंद कुमार, सुभाष ,दीपा ,दीपमाला एवं प्रीति आदि रहे।

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