मनोज कश्यप , हरिद्वार
पतंजलि योगपीठ जड़ी.बूटी दिवस में तो मनाया ही गया लेकिन उसके साथ साथ देश तथा आयुर्वेद को समर्पित विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें देश भर से वैज्ञानिक शिक्षाविद भारत सरकार की नीति आयोग एवं आयुष मंत्रालय से विशेषज्ञ ने प्रतिभाग किया।

1 अगस्त से 4 अगस्त तक चलने वाले इस विशेष कार्यक्रम में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारतीय पारंपरिक औषधि विज्ञान का समाज पर प्रभाव एवं उद्योग में भारतीय चिकित्सा की संभावनाओं पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाने वाले हैं। हर दिन विशेष रूप से कार्यक्रम होंगे। जिनमें आचार्य बालकृष्ण द्वारा रचित 75 पुस्तकों का विमोचन भी शामिल है।

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आचार्य बालकृष्ण द्वारा रचित 75 पुस्तकों का 1ं अगस्त से 3 अगस्त तक विमोचन शामिल है। व लोकार्पण 4 अगस्त को सभी पुस्तको का एक साथ होगा। अपने 50 वर्ष की उम्र में आचार्य बालकृष्ण द्वारा कई कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं जो अपने आप में वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

इन कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज पहला दिन कृषि क्रांति एवं कि आत्मनिर्भर भारत को समर्पित रहा, दूसरे दिन आयुर्वेद एक वैज्ञानिक चिकित्सीय पद्धति पर और तीसरे दिन हेल्थ केयर में चुनौतियां और मॉडर्न मेडिसिन और आयुर्वेद का मिलाजुला दृष्टिकोण इस पर चर्चा एवं शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। 4 अगस्त को पतंजलि के कार्यकर्ता देशभर में लाखों की संख्या में रक्तदान कर रिकॉर्ड स्थापित करेंगे। इसके साथ ही देशभर में औषधीय पौधों का पौधारोपण किया जाएगा।

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