मनोज कश्यप , हरिद्वार

हरिद्वार थाना जीआरपी से जहां थाना जीआरपी पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 42 मोबाइल फोन हजारों की नगदी और सोने चांदी के आभूषण के साथ दो महिला सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है थाना प्रभारी जीआरपी हरिद्वार अनुज सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 24 मई को चेन्नई तमिलनाडु के यात्री हरिद्वार शताब्दी एक्सप्रेस मैं जा रहे थे इसी दौरान अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों के बैग से नगदी चोरी किए जाने के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई गई थी जिसके चलते थाना जीआरपी हरिद्वार में मुकदमा संख्या 29/2022 धारा 380 मैं अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें पुलिस अधीक्षक रेलवे तथा अपर पुलिस अधीक्षक रेलवे उत्तराखंड हरिद्वार के निर्देशानुसार विवेचना निस्तारण हेतु उप निरीक्षक विनोद कुमार के सुपुर्द की गई थे।

विवेचना के सफल अनावरण हेतु थाना स्तर पर थाना अध्यक्ष अनु सिंह के नेतृत्व में जीआरपी व आरपीएफ हरिद्वार की संयुक्त गठित टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर लगे सीसीटीवी फुटेज का गहन अवलोकन करने पर अभियोग से संबंधित पीड़ित के पीछे कुछ पुरुष तथा महिला संदिग्ध परिस्थितियों में प्रतीत हो रहे थे जिस पर तत्काल शताब्दी एक्सप्रेस के ट्रेन एस्कॉर्ट तथा जीआरपी नई दिल्ली को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराते हुए शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में ढूंढने हेतु निर्देशित किया गया तथा एक टीम थाना अध्यक्ष अनूज  सिंह के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन जीआरपी नई दिल्ली रवाना हुई।

रेलवे स्टेशन नई दिल्ली पर जीआरपी नई दिल्ली व आरपीएफ एस्कॉर्ट कर्मियों की सहायता से दो महिला सहित चार अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए जिनमें तरूण अनिल पुत्र अय्याराव निवासी आंध्र प्रदेश महेश बाबू पुत्र आदिनारायण निवासी आंध्र प्रदेश तरुण ओनकम्मा पत्नी स्व0 प्रभासागास निवासी आंध्र प्रदेश मंगम्मा पत्नी आदिनारायण निवासी आंध्र प्रदेश को गिरफ्तार किया गया जिनके पास से चोरी किए गए ₹35 हजार रुपए 42 मोबाइल फोन एक पीली धातु की चेन व तीन जोड़ी पाजेब बरामद हुए पकड़े गए अभियुक्तों द्वारा जानकारी दी गई कि यह सामान भिन्न-भिन्न स्थानों से चोरी किया गया था।

बताया जा रहा है कि अभियुक्त गण शातिर किस्म के अपराधी हैं जो ट्रेनों के माध्यम से आने बजाने वाले यात्रियों तथा तीर्थ स्थलों पर यात्रा के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आसानी से अपना शिकार बना लेते थे अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी से अपराधों में रोकथाम वह कमी आएगी पकड़े गए अभियुक्त गणों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।

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