हरिद्वार ,जहां एक और कोरोना के साये से आम क्षेत्री वासी झूझ रहे है, वही हरिद्वार के ह्रदय स्थल रामघाट, कीठल- मेरठ वाली धर्मशाला, बद्रीबावला, कुशाघाट, श्रवणनाथ घाट इत्यादि क्षेत्रो के नागरिकों ने बरसो से माँ गंगा में जा रहे सीवराज का पानी व कूड़ा ना उठना, साफ सफाई को लेकर नमामि गंगे, जल संस्थान, गंगा प्रदूषण, नगर निगम प्रशासन की लापरवाही व निकम्मेपन के खिलाफ अपना रोष प्रकट करते हुए स्थानीय आम नागरिकों ने जमकर हल्ला बोला।
स्थानीय नागरिकों व क्षेत्र की घरेलू महिलाओं ने नगर निगम प्रशासन, जल संस्थान, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि को साफ सफाई को लेकर रामघाट, कीठल वाली धर्मशाला के बीच गंगा मार्ग में जा रही गली में सफाई की मांग को उठाया गया लेकिन संबंधित अधिकारियों की लापरवाही से स्थानीय क्षेत्र वासी कोरोना की महामारी से तो पहले ही झूझ रहे है व अन्य संक्रमित बीमारियों मक्खी- मच्छर के प्रकोप से भी ग्रस्त होने के कारण क्षेत्र वासियो का रहना भी दुश्वार हो रहा है।

इस अवसर पर काफी समय से सफाई की मांग कर रहे स्थानीय निवासियों की न्यायसंगत मांगो का समर्थन करते हुए पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि रामघाट कीठल वाली धर्मशाला के समीप कूड़ा- करकट अटे होने के कारण काफी समय से सीधा गंगा में सीवरेज का पानी जा रहा है, जिससे आने वाले तीर्थ यात्री, श्रद्धालुओं व स्थानीय जनता की आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है, जोकि औचित्य पूर्ण नही है। उन्होंने कहा यदि ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा 36 घंटे के अंदर साफ- सफाई की व्यवस्था पर गंभीरता नही दिखाई गई तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किये जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा केंद्र व राज्य सरकार माँ गंगा के संरक्षण के लिए नमामि गंगे, स्पर्श गंगे अभियान चलाए हुए है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से स्थानीय नागरिकों को कोरोना के संक्रमण के इस दौर में अन्य संक्रमित बीमारियों से झूझना पड़ रहा है, साथ ही तीर्थ यात्रियों व स्थानीय नागरिकों को स्नान के दौरान दुर्गंध से आहत होना पड़ रहा है, जोकि माँ गंगा के संरक्षण के लिए बनाए गए नियम कानूनों का घोर उल्लंघन है।

इस अवसर पर स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार शर्मा (शास्त्री) ने कहा नगर निगम प्रशासन को इस समस्या के बारे में कई बार अवगत कराने के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा झूठे आश्वासन देकर जनता की मूलभूत सुविधाओं जिसमे साफ- सफाई की व्यवस्था सबसे अग्रिम है उसको दरकिनार किया जा रहा है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा शीघ्र ही नगर निगम द्वारा प्रशासन क्षेत्र वासियो की इस मौके की गंभीरता को समझते हुए मक्खी- मच्छर मारने की दवाइयों का छिड़काव किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि देश में स्वच्छता अभियान की हकीकत इस अमुख स्थल से कौसों दूर है, सालों से गंगा में जा रहे सीवरेज के पानी के लिए संबंधित अधिकारियों में इच्छाशक्ति ना होने के कारण जनता के साथ अन्याय जैसा प्रतीत होता है।

रामघाट स्थित सफाई व्यवस्था ना होने कारण स्थानीय नागरिकों में अपना रोष प्रकट करते सुंदरलाल, मनोज कुमार, ओमप्रकाश, राजेश शर्मा, राजेश अरोड़ा, अशोक माहेश्वरी, कुमारी नैना शर्मा, मितलेश शर्मा , रीटा मल्होत्रा, नीरज कुमार आदि शामिल रहे।

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