रिपोर्ट : तसलीम कुरैशी
रुड़की/नगला कुबड़ा।माहे रमजान एक पवित्र और सब्र का महीना है यह हमें भूख और प्यास की शिद्दत को बर्दाश्त करना सिखाता है और इस पवित्र महीने से छोटे-छोटे बच्चों को भी बहुत प्यार है यही देखने को मिला आज ग्राम नगला कुबड़ा में ग्राम नगला कुबड़ा के तौफीक अहमद की साहबजादी जुवेरिया बानो ने 5 वर्ष की छोटी सी आयु में पहला रोजा रखा और मगरिब की नमाज अदा की यह देखकर घरवालों की खुशी का ठिकाना ना रहा और इस खुशी को दुगना करते हुए उन्होंने बच्ची के हाथों से मिठाई बंटवाई वही बच्ची के पिता तौफीक अहमद ने कहा के हमें अपने बच्चों को अच्छी तालीम देनी चाहिए और उनकी अच्छी तबीयत करनी चाहिए तभी जाकर कहीं हम बच्चों के प्रति अपना हक अदा कर सकते हैं उन्होंने कहा कि माहे रमजान एक सब्र का महीना है और इस पाक महीने में छोटे-छोटे बच्चों को भी बहुत सब्र होता है। जुवेरिया बानो के पिता तौफीक अहमद ने साथ ही साथ कहा के सभी को रमजान के पाक महीने की कदर करनी चाहिए और कहा के इन छोटे-छोटे बच्चों से हमें प्रेरणा मिलती है के रमजान कितना बरकती महीना है और उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए भी एक हिदायत है जो जवान और मजबूत होकर भी माहे रमजान का एहतराम नहीं करते।