दिल्ली-एनसीआर के लोगों को हरिद्वार में गंगा किनारे आशियाना बनाने का सपना दिखाकर करोड़ों रुपए की चपत लगाने वाले ऑक्टागन बिल्डर के मालिक और उसकी महिला साथी को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा।“बंटी-बबली” को गैंगेस्टर एक्ट में गिरफ्तार किया गया है।

जिसका खुलासा आज हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने प्रेस वार्ता के दौरान किया।
आपको बता दें लोगों की मेहनत की गाड़ी कमाई को हड़पने के बाद आरोपी जमकर‌ ऐश करते थे। दोनों के खिलाफ कुल 51 मुकदमें दर्ज हैं।

एसएसपी परमेंद्र डोबाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों के कारनामों से पर्दा उठाया। एसएसपी ने बताया कि जल्द ही आरोपियों की‌ सम्पत्ति जब्त की जाएंगी।अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई से शानदार लोकेशन पर प्लॉट खरीद कर अपना आशियाना तैयार करने की योजना बना रहे लोगों को सुहाने सपने दिखाकर ठगने वाले गैंग पर वार करते हुए हरिद्वार पुलिस ने गैंग लीडर और सहयोगी महिला को दबोचने में कामयाबी हासिल कर ठगी के शिकार हुए लोगों को रोशनी की किरण दिखाई है।

गिरफ्त में आया गैंग लीडर कुलदीप नन्दराजोग ने ऑक्टागन बिल्डर्स प्रा0लि0 के नाम से प्लॉटिंग कर जमीन बेचने की कम्पनी बनाई है। उक्त कम्पनी की आड़ में जमीन बेचने के नाम पर धोखाधडी कर लोगों को ठगने का एक सुसंगठित गैग बना हुआ है।इस गैंग ने प्रथम दृष्टया कई व्यक्तियों से करीब 60 करोड रुपये की धोखाधडी किया जाना का पता चला है।

गैंग में गैंग लीडर कुलदीप के अतिरिक्त सतपाल नन्दराजोग, अंजली त्यागी, संजीव गुप्ता, सौरभ गाँधी सक्रिय सदस्य है ।“यह गैंग लीडर एवं इसके सदस्य स्वयं एवं अपने साथियो के साथ अपने आर्थिक एवं भौतिक लाभ हेतु सामुहिक रुप से लोगो से जमीन दिलाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधडी करते है, जिसके सम्बन्ध मे थाना बहादराबाद पर वर्तमान समय तक कुल 45 व उ0प्र0 मे 03 अभियोग पंजीकृतवर्तमान मे उक्त गैंग लीडर व उसके सदस्यों के विरुद्ध प्लॉट के नाम पर पैसा लेने के शिकायते प्राप्त हो रही है ।

उक्त गैंग लीडर व सदस्य अभ्यस्त अपराधी है इस गैंग द्वारा अपने आर्थिक व भौतिक लाभ हेतु लोक व्यवस्था को अस्त व्यस्त कर समाज विरोधी क्रियाकलाप किये जाते रहे है जिनका जनता मे भय व संत्रास व्याप्त है।गैंग के सदस्य एक निश्चित स्थान पर कॉलोनी बनाने व उसमे वर्ल्ड क्लॉस सुविधा का सपना दिखाकर लोगों से उनकी जमा पूंजी एडवांस व कॉलोनी के विकास के नाम पर पैसा लेकर उन्हें बार- बार रजिस्ट्री का समय देकर बाद में वही प्लॉट अन्य व्यक्ति को ज्यादा दामों मे बेचकर मुनाफा कमाते हैं जिससे सैकड़ों लोगों काआर्थिक नुकसान पहुँचा है।

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