*रिपोर्ट:मनव्वर कुरैशी*
पिरान कलियर/आए दिन दरगाह के सभी आय व व्यय के सभी कार्यों को सार्वजनिक कर दरगाह की आमदनी को तीन गुना बढ़ाया और खर्च को तीन गुना कम कर एक रिकॉर्ड बनाने वाली पहली प्रबंधक है रजिया। जिसने ठेका माफिया हो चाहे वक्फ संपत्ति माफिया हो या अर्जी फर्जी हो सभी को बाहर का रास्ता दिखाया है और दरगाह के निजाम को दुरुस्त किया है। और दरगाह की आमदनी को बढ़ाया है।अब लाजमी है कि जिन माफियाओं की इस प्रबंधक द्वारा अवैध कमाई की दुकानें बंद हुई है उनके पेट में दर्द होना तो लाजमी था जो झूठे इल्जाम बिना किसी सबूत के  लगा रहे है समझ लो कि उन लोगो को कुछ ज्यादा ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि कुछ दरगाह की संपत्ति को लेकर दरगाह हित में एक बड़ा कार्य होने जा रहा है जिसका शायद इन माफियाओं को कही से भनक लग चुकी है। और इन्होंने दरगाह प्रबंधक पर इल्जाम तरासी कर इनको हटाने की साजिश रची जा रही है लेकिन इनको मालूम नही है कि अभी भी वो दरगाह और वक्फ संपत्ति की लडाई लड़ने वाले अकीदतमंद इनके साथ है  जिनको झूठे मुकदमे लगाकर जेल भेजने का डर दिखाया जाता है लेकिन इनको मालूम नही कि उनके होशले और बुलंद होते है और वे एक बार नही वक्फ की संपत्ति के  लिए हजार बार जेल जाने के लिए तैयार है।दरगाह हित में ईमानदारी से कार्य करने वाले हर एक अधिकारी हो या कर्मचारी हो चाहे उत्तराखंड वक्फ बोर्ड से हो या दरगाह प्रशासन से हो उनके साथ दरगाह हितैषी हर एक अकीदतमंद साथ है और इस लड़ाई को चाहे जितना बड़ा लड़ना पड़े हम लड़ेंगे किसी के दबाव में आने की जरूरत नहीं है।आप दरगाह हित में अपने कार्य करते रहे है।

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