*रिपोर्ट:मनव्वर कुरैशी*
देहरादून/उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ जल संस्थान की कार्यकारणी एवं समस्त सदस्यों की संघ भवन नेहरू कालोनी देहरादून में बैठक हुयी। जिसमें दिनांक 19.07.2023 को चमोली में सीवर ट्रीटमेंट प्लाण्ट (एस0टी0पी0) में हुये दर्दनाक हादसे पर दुख व्यक्त किया गया। दुखद दुर्घटना में निधन हुये व्यक्तियों की आत्मा की शान्ति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया। ड्यूटी पर तैनात कार्यों का निर्वहन करते हुए इस घटना में गम्भीर रूप से घायल अपर सहायक अभियन्ता सन्दीप मेहरा के स्वास्थ्य लाभ की कामना की गयी। इस दुर्घटना में अपर सहायक अभियन्ता को एक हाथ एवं पैर भी गंवाना पड़ा है तथा उनके शरीर के अन्य अंग भी भली भांति कार्य नही कर रहे हैं एवं वह भी जीवन एवं मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
चमोली कि दुर्घटना बेहद दुखद है भगवान हम सभी को दुख सहने की शक्ति दे। जल संस्थान के अभियंता संदीप मेहरा जी दुर्घटनाग्रस्त हुए है एवम अभी उनकी हालत गंभीर है। जल संस्थान के अभियन्ता हरदेव लाल को बिना तकनीकी जांच पूर्ण किए गिरफ्तार किया गया जबकि वो घटनास्थल पर उपस्थित नही थे जबकि उक्त एसटीपी एक वर्ष पूर्व ही उत्तराखंड जल संस्थान को हैंडओवर हुआ है मैन्युफैक्चरिंग फॉल्ट की जिम्मेदारी कार्यदाई संस्था की है जिस कार्यदाई संस्था ने चमोली में एसटीपी का निर्माण किया और उक्त एसटीपी का निर्माण जिस कार्यदायी संस्था द्वारा किया गया स्ट्रक्चर डिजाइन निर्माण सभी कार्य कार्यदाई संस्था द्वारा किए गए। उत्तराखंड जल संस्थान द्वारा मात्र एसटीपी का रखरखाव और संचालन कार्य किया जा रहा था। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मजिस्ट्रियल जांच बैठा दी गई है जिसमें सभी तथ्य और दोषी चिन्हित होंगे। बैठक में समस्त सदस्यों द्वारा सहायक अभियन्ता (प्रभारी) हरदेव लाल आर्य को बिना तकनीकी जांच पूर्ण हुये पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने पर रोष प्रकट किया गया, जबकि दुर्घटना के समय श्री हरदेव लाल आर्य दुर्घटना स्थल पर उपस्थित नहीं थे अपितु अन्य विभागीय कार्यो में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे। संघ द्वारा मांग की गयी है कि तत्काल उक्त घटना की जांच हेतु विभागीय तकनीकी समिति गठित कर विस्तृत जांच की जाए, ताकि विभिन्न पहलुओं पर जांच उपरान्त दुर्घटना का वास्तविक कारण ज्ञात हो सके। इस अवसर पर अध्यक्ष मनोज बरगली, महासचिव जयपाल चौहान गढ़वाल मंडल अध्यक्ष अशोक सिंह बदरे आलम, अब्दुल रशीद,भगत सिंह रावत समेत अनेक अभियन्ता उपस्थित रहे।चमोली एसटीपी का निर्माण स्ट्रक्चर डिजाइन इक्विपमेंट स्टेलेशन समेत सभी कार्य कार्यदाई संस्था द्वारा किए गए। उत्तराखंड जल संस्थान को एक वर्ष पूर्व हैंडओवर कर द्वारा मात्र एसटीपी का रखरखाव और संचालन कार्य किया जा रहा था। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मजिस्ट्रियल जांच बैठा दी गई है जिसमें सभी तथ्य और दोषी सबके सामने होंगे
जुनैद गौड़ प्रदेश प्रवक्ता डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ उत्तराखंड।

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