देविये शक्तियों और असुरी शक्तियों के किस्से कहानिया हमने बहुत सुनी हें। सिर्फ यही नहीं अपने आस पास के लोगो में यह चर्चा भी बहुत सुनी होगी की किसी के ऊपर भुत या जिन्न का साया हें, ऐसे कई किस्से कहानिया भी हमने सुनी हें। लेकिन क्या यह सच होता हें? या सिर्फ अंध विश्वास हें ?

आपने गांव देहात में एक बात तो सुनी होगी की  व्यक्ति के अन्दर  बुरी शक्तियों का प्रवेश हो गया है जिसके कारण घर कोई ना कोई बीमार रहता है या घर के अंदर से अजीब अजीब सी आवाजें सुनाई देती है। इस तहर की बहुत सी बातें आपने सुनी होगी। वास्तुविज्ञान और वास्तुशास्त्र में इस बात को विस्तार से बताया गया है की बाहर से घर में आने वाले लोग साथ भी कई बार कोई नकारात्मक उर्जा घर मे प्रवेश कर लेती है।

वास्तु विज्ञान में कहा भी गया है कि अगर घर के प्रवेश द्वार पर एक तुलसी का पौधा होता है उनके घर में इस तरह के नकारात्मक उर्जा का प्रवेश नहीं होता। और अगर तुलसी का पौधा मुरझाने लगे तो समझ लिजीए की नकरातमक शक्ति आपके घर प्रवेश कर चुकी है। अथवा आप किसी की सहायता ले ताकि आपका घर सुरक्षित रहे।

वास्तुशास्त्र के अनुसार ये सकारात्मक ऊर्जा कला जादू और नकारत्मक ऊर्जा का प्रभाव कम करती है सकारत्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए वास्तुशास्त्र मे कई प्रकार के प्रावधान भी है। जैसे उदहारण के लिए किसी भी प्रकार के वास्तु दोष को दूर करने के लिए घर की छत या छाजे पर उत्तर पूर्व दिशा में पांच तुलसी के पौधे लगाना चाहिए। अगर पांच नहीं लगा सकते तो कम से कम एक तुलसी का पौधा इस दिशा में जरुर लगाएं। इससे घर में आने वाले नकारात्मक प्रभाव में कमी आती है।

आज पहले आपने काला जादू के बारे बहुत सी बातें सुनी होगी ओर किताबों में पढ़ा भी होगा ,पर क्या आप जानते है क्या होता काला जादू ?आये जानते है काले जादू से जुड़ी बातें -काला जादू पारम्परिक रूप से पराप्राकृतिक शक्तियों या फिर ये कहे कि दुष्ट शक्तियों की सहायता से अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए किया जाने वाला एक जादू है।काला जादू को बुरी शक्ति या बुरी ऊर्जा जो किसी पर बुरा प्रभाव डालती है यह एक प्रकार नकारात्मक दृष्टि है और इस नकारात्मक दृष्टि से बचाने के लिए वास्तुशास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ने के लिए प्रावधान है।

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