हमारी परंपराओं का निर्वाह करने वाले का हम आदर और सम्मान करते हैं- श्री महंत राजेंद्र दास

प्रयागराज, अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद एवं निर्मोही अनी अखाड़े के परमध्यक्ष श्री महंत राजेंद्र दास महाराज से मुलाकात करने उत्तराखंड राज्य के पूर्व राज्य मंत्री सुखदेव सिंह नामधारी प्रयागराज के महाकुंभ मैं स्थित उनके छावनी में पहुंचे जहां श्री महंत राजेंद्र दास महाराज ने उनका स्वागत सम्मान करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्य हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। जो व्यक्ति इन परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करता है, वही समाज में प्रिय और सम्मानित होता है। उन्होंने कहा की हम सनातन धर्म,संस्कृति की रक्षा करने के साथ धर्म की पताका का परचम लहराते हुए धर्म का प्रचार करते हैं।

उत्तराखंड के पूर्व राज्य मंत्री सुखदेव सिंह नामधारी ने कहा कि महाकुंभ महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है जो हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखता है। यह संगम हर 12 साल में चार प्रमुख नदियों—गंगा, यमुना, गोमती और सरस्वती के संगम स्थल प्रयागराज (इलाहाबाद), हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए आते हैं, इसे आत्मशुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का माध्यम माना जाता है। इस आयोजन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है, और यह भारतीय समाज की गहरी धार्मिक आस्थाओं को भी प्रकट करता है।इस अवसर पर महंत रामजी दास, कथा व्यास भईयाजी महाराज, मंत्री जयदास , महंत सरजूदास ,महंत अशोक दास, नरेन्द्र दास जी (महा सचिव), महेश दास (सचिव ), लवकुश दास, महंत रामशंरण दास, महंत गोविन्द दास, चंद्र मोहन दास, ब्रह्मांड गुरु ब्रह्म श्री तपस्वी जी महाराज, अरविन्द दास आदि उक्त अवसर पर उपस्थित रहे।

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