रिपोर्ट : तसलीम कुरैशी
पानीपत/हजरत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक रहमतुल्ला अलैय के लाड़ले वाहिद खलीफा हजरत ख्वाजा हाफिज शमसुद्दीन तुर्क पानीपती शाह विलायत साहब रहमातुल्ला अलैय का 745 वा तीन रोजा उर्स कुल शरीफ की रासुमात की साथ सकुशल सम्पन्न हुआ। उर्स के मौके पर व हजरत बू अली शाह कलंदर रहमातुल्ला अलैय की भी जायरीनों ने जियारत कर फैज हासिल किया। इस मुबारक मौके पर दरगाह हजरत ख्वाजा हाफिज शमसुद्दीन शाह विलायत साहब रहमतुल्ला अलैय के सज्जादा नशीन सूफी सय्यद हाफिज मेराज हुसैन साबरी ने बताया है कि ये उर्स 745 वा उर्स है जो हर साल चांद की 9 व 10 और 11 जमादुससानी को तीन रोजा उर्स मनाया जाता है। जिसमें चांद 9 तारीख यानि 11 दिसंबर सुबह शादिक बाद नमाज फजर कुरान खानी,और बाद नमाज असर शाह विलायत साहब के गेट पर झंडा चढ़ाया जाता है।और बाद नमाज ईशा महफिलें मिलाद शरीफ व तकरीर उलेमा – ए – दिन।और चांद की 10 तारीख यानि 12 दिसंबर को बाद नमाज असर दरगाह जलालुद्दीन कबीरूल औलिया कुल शरीफ,इसके बाद चादर का जुलूस कलंदर चौक होते हुए शाह विलायत साहब(रह०) के आस्तान-ए- आलिया पर पहुंचता है बाद नमाज मगरिब गुशल शरीफ गिलाफ पोशी व कुल शरीफ,बाद नमाज ईशा दरगाह के महफिल खाने में महफिलें शमा।और चांद की 11 तारीख यानि 13 दिसंबर को बाद नमाज फजर हल्का,जिक्र, सुबह 10 बजे कुल शरीफ व दुआ और महफिलें रंग इसके बाद लंगर व तबर्रुक तकसीम के कार्यक्रम की साथ टीम रोजा चले उर्स का सम्पन्न हुआ। उर्स में आए तमाम जायरीनों और मेहमानों का जेरे निगरानी एवं दरगाह शरीफ सज्जादा नशीन सूफी ख्वाजा सय्यद हाफिज मेराज हुसैन साबरी व जेरे सरपरस्ती खादिम – ए – खास सय्यद हामिद हुसैन साबरी व जेरे इंतजाम अंजुमन गुलामाने चिश्तिया साबरिया वेलफेयर सोसाइटी (रजि०) दरगाह शाह विलायत साहब पानीपत हरियाणा की ओर से खुशामदीद खैर मकदम किया गया। उर्स मुबारक के मौके पर देश के कोने कोने से अकीदत मंदो ने शिरकत कर फैज हासिल कर अपने अपने वतन को लौटे।

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