रिपोर्ट : तसलीम कुरैशी
पिरान कलियर/ दरगाह साबिर पाक के 756 वा उर्स चल रहा है और जिन जायरीनों से दरगाह को करोड़ो में आमदनी होती है उस पैसे को दरगाह प्रबंधन द्वारा ठेकों और अन्य कार्यों के जरिए ठिकाने लगाते हुई बंदर बाट करता चला आ रहा है लेकिन जिन जायरीनों से यहां पर करोड़ो में आमदनी होती है उन जायरीनों के लिए कोई सुविधा नहीं दिखती है और दरगाह शरीफ में जियारत करने के लिए जायरीन नंगे पैरों लंबी लंबी लाइनों से कई कई घंटे लाइनों में लगकर जियारत करते है इन जायरिनों में बूढ़े बच्चे महिलाएं सभी लाइनों से जियारत करने जाते है न तो इनके लिए धूप से बचाव है और न पैरो तले कोई में है।जब कलियर प्रेस क्लब के पत्रकारों ने ये देखा तो कलियर प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनव्वर कुरैशी के नेतृत्व में पत्रकारों के साथ मनव्वर कुरैशी ने लाइव चलाकर दरगाह प्रबंधन को जगाया तभी जाकर आनन फानन में दरगाह प्रबंधन ने इन धूप में खड़े जायरीनों के ऊपर सीलिंग लगवाई।ये हाल है दरगाह प्रबंधन तंत्र का लेकिन अफसोस की बात तो ये है कि यहां पर भी कुछ मफाद परसत लोग जनप्रतिनिधि अपनी राजनीति रोटियां सेकने आते है और इससे ज्यादा कुछ नही पाते है।