संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा की विभिन्न यूनियन द्वारा आज धीरवाली के निकट मैदान में भारी बारिश में एक आम सभा की गई। सभा की शुरुआत मोर्चे के संयोजक व फूडस श्रमिक यूनियन आईटीसी के अध्यक्ष गोविंद सिंह ने की। जिसमें विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी मौजूद रहे। जिनमें से देवभूमि श्रमिक संगठन हिंदुस्तान युनिलीवर ,फूडस श्रमिक यूनियन आईटीसी, राजा बिस्कुट मजदूर संगठन, एवरेडी मजदूर यूनियन, के प्रतिनिधि ,सत्यम आटो के निष्कासित श्रमिक एवं उनके प्रतिनिधि ,इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, सिमेंस वर्कर्स यूनियन C&S के मजदूरों एवं जन -प्रतिनिधियों ने इस आम सभा में शिरकत की ।

आज सिडकुल के अंदर सत्यम आटो के निष्कासित मजदूर लगातार 6 वर्षों से संघर्षरत हैं लेकिन उनका कोई भी समाधान शासन प्रशासन द्वारा नहीं निकाला गया है बल्कि लगातार शासन प्रशासन एवं कंपनी प्रबंधन के द्वारा दमन और उत्पीड़न सह रहे हैं ।वहीं राजा बिस्कुट की गैर कानूनी गेट बंदी की गयी है। शासन और प्रशासन इसमें भी खामोश है। मजदूर लगातार गेट पर धरनारत हैं तथा मजदूरों के घरों में आज बच्चे रोटी के लिए मोहताज हैं। फीस समय पर नहीं चुका पा रहे हैं तथा बदहाली का जीवन जीने के लिए कंपनी प्रबंधन एवं शासन प्रशासन ने मजबूर कर दिया है ।

जबकि राजा बिस्कुट के मजदूर लगातार अपने धरने को बनाए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर एवरेडी मजदूर यूनियन द्वारा सभा में अपना वक्तव्य रखते हुए कहा गया कि एवरेडी मजदूर कमेटी के साथ प्रबंधन द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया एवं कलेक्टिव बारगेनिंग एग्रीमेंट के अधिकारों का खुला उल्लंघन करते हुए कंपनी ने एक तरफा कार्रवाई चस्पा की। जिसमें श्रम विभाग ने केवल लीपा पोती कर कुछ मीटिंग बुलाकर आज त्रिपक्षीय वार्ता भी बंद कर दी है। इससे साफ पता लगता है कि आज शासन प्रशासन कंपनी मालिकों की सुन रहा है तथा मजदूरों की समस्याओं उनके हक अधिकारों के बारे में कोई चिंता नहीं कर रहे है। जिसके लिए मजदूर लगातार संघर्षरत हैं।

मोर्चा की इस जनसभा में सभी मजदूर प्रतिनिधियों ने आवहान किया है कि सारी कंपनियों के प्रतिनिधि जल्दी ही कुछ निष्कर्ष निकालकर जल्द ही एक व्यापक रैली का आयोजन पूरी फैमिली के साथ सिडकुल के अंदर करेंगे ।यदि शासन प्रशासन तब भी मजदूरों की समस्याओं का कोई निस्तारण नहीं करता है। तो भविष्य में उग्र आंदोलन करेंगे। सभा में आज देश में हो रहे जी-20 सम्मेलन और मजदूरों के अधिकारों पर भी वक्ताओं ने अपनी बात रखी है वक्ताओं ने बात करते हुए कहा कि आज एक और जहां सारे साम्राज्यवादी मुल्क दिल्ली में इकट्ठा हो रखे हैं वहीं दूसरी ओर फड़खोके झुग्गी झोपड़ियां को तबाह और बर्बाद कर दिया गया है। जहां एक ओर लगातार मजदूरों के श्रम अधिकारों पर मोदी सरकार द्वारा हमला बोला गया है वहीं दूसरी ओर इस तरीके के आयोजन और उन पर हजारों -हजार करोड़ रुपये आम जनमानस की कमाई खर्च करना आज हास्यासपद और शर्मनाक है ।

सभी वक्ताओ ने कहा कि जी-20 के शिखर सम्मेलन में एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य का नारा भी उजाला गया है क्या अमेरिकी, रूसी,चीनी जापानी जैसे साम्राज्यवादियों के रहते दुनिया एक हो सकती है? साम्राज्यवादी- पूंजीपति -फासीवादी शासको के रहते दुनिया एक कभी नहीं हो सकती। संयुक्त राज्य अमेरिका और अफगानिस्तान एक कैसे हो सकते हैं? भारत-पाकिस्तान, रूस- यूक्रेन, चीन -जापान एक कैसे हो सकते हैं ?जैसे देश एक नहीं हो सकते वैसे ही अमीर- गरीब पूंजीपति -मजदूर में बटी दुनिया एक परिवार कैसे बन सकती है? कहां करोड़ों रुपए के घर “एंटीलिया” में रहने वाला मुकेश अंबानी और कहां झोपड़-पट्टी में रहने वाला भुखमरी का शिकार मजदूर यह दोनों कैसे एक परिवार के हिस्से हो सकते हैं ?

जैसे “एक धरती” ,”एक परिवार” संभव नहीं है। ठीक वैसे ही” एक भविष्य” संभव नहीं है। पूरी दुनिया एक तभी हो सकती है जब पूरी दुनिया में मजदूर -मेहनतकशों का राज हो एक परिवार तभी हो सकता है। जब अमीर -गरीब का सारा भेद खत्म हो जाए जाती एनएएसएलआर लिंग संप्रदाय आदि के सब भेज नष्ट हो जाए एक धरती एक परिवार तभी संभव कायम हो सकता है जब शोषण उत्पीड़न का पूरी तरह खत्म हो जाए मानव जाति का एक भविष्य तभी हो सकता है जब पूरी दुनिया में समाजवाद कायम हो जाए पूरी दुनिया में समाजवाद तभी काम हो सकता है जो हर देश में मधुर मेहनतकश क्रांति की मशाल जलाएं। सभा में अनिल, अमित, महिपाल सिंह ,अशोक गिरी, बृजेश कुमार, बच्चा प्रसाद ,जयप्रकाश, दीपा अवधेश, निशु कुमार,सत्यवीर सिंह, शिशुपाल ,दिनेश कुमार महिपाल आदि लोग उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!