हरिद्वार, ऋषिकुल गंग नहर का पुल एक साइड से क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते विभाग द्वारा बनाए गए पुल निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोलता नजर आ रहा है, ऐसे में विभाग के कार्य शैली पर भी कई सवालिया निशान खड़े होते दिख रहे हैं।
आपको बताते चले कि हरिद्वार के ऋषिकुल गंगा नहर पर बना पुल के किनारे का एक साइड का हिस्सा धस जाने के कारण 12 से 15 फीट गहरा एक गड्ढा पुल के छोर पर हो गया है। जिससे कोई भी बड़ी दुर्घटना घाट सकती थी. जिसको लेकर विभाग द्वारा आनन फानन मे पुल पर बैरिकेटिंग लगाकर उक्त मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई और क्षतिग्रस्त हुए पुल की मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवा दिया गया।
लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह है उठता है कि आखिर महज कुछ साल पहले बना पुल आखिर क्षतिग्रस्त कैसे हो गया,क्या विभाग द्वारा उक्त पुल को बनाते हुए निर्माण कार्य में गुणवत्ता में कोई कोर कसर छोड़ी गई यह अभी जांच का विषय है लेकिन जिस तरह से पुल क्षतिग्रस्त हुआ यह किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता था लेकिन गनीमत रही की कोई दुर्घटना घटित नहीं हुई नहीं तो किसी की जान भी जा सकती थी।