रिपोर्ट:मनव्वर कुरैशी
पिरान कलियर/ कलियर धनौरी रोड स्थित दरगाह नूर बीबियो के सज्जादा नशी जनाब नसीरा पीरजी ने बताया है कि सालों से दरगाह नूर बीबियो की खिदमत उनके वालिद साहब जनाब मरहूम शराफत पिरजी करते चलेआ रहे है और अब उनके इंतकाल के बाद ये जिम्मेदारी मैं निभा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा है कि हर साल दरगाह नूर बीबियो का सालाना उर्स चांद के मुताबिक 26,27,28 जिल हिज्जह को हर साल की तरह इस साल भी मनाया जा रहा है और इस साल भी आज 26 जिल हिज्जह यानि 15 जुलाई शनिवार से उर्स का आगाज हो गया है।

शनिवार को पहली रस्म मेहंदी डोरी और फातिहा ख्वानी के साथ ही दरगाह नूर बीबियो का 25 वा नूरानी सालाना उर्स का आगाज हो गया है। जिसमे दूर दराज से आपसे निस्बत रखने वाले अकीदतमंद शिरकत करते है। दरगाह नूर बीबियो के सज्जादा नशी जनाब नसीरा पीरजी ने बताया है कि दरगाह नूर बीबियो  के सालाना उर्स की रस्म मेहंदी डोरी एवं फातिहा ख्वानी की जाती है दूसरे दिन बड़ी रोशनी और तीसरे दिल गुसल शरीफ के साथ उर्स का समापन किया जाता है।

उर्स में सभी अखराजात सज्जादा नशी जनाब नसीरा  पीरजी की ओर से किया जाता है। साथ ही उन्होंने बताया कि मेहंदी, उबटन कुंवारी लड़कियां तैयार करती हैं। उन्होंने बताया की दरगाह नूर नूर बिबियो में मेहंदी डोरी संदल पेश करते हैं। संदल मेहंदी दरगाह के आस्ताने पर पैश करने के बाद रस्म में मौजूद हजारों जायरीनों को सज्जादा नशी की ओर से प्रसाद के तौर मेहंदी डोरी वितरित करते हैं।

दरगाह के सज्जादा नशी ने बताया की दरगाह नूर बीवी का सालना उर्स तीन दिन तक चलेगा, उर्स मेंहदी डोरी की रस्म के साथ शुरु हो गया है, 16 जुलाई की रात में दरगाह में कव्वालियों का आयोजन होगा, वही 17 जुलाई को सुबह 11 बजे गुशल शरीफ की रस्म वे रात को कव्वालियों की रस्म के बाद उर्स का समापन हो जायेगा, उर्स में देश के कोने कोने से लाखों जायरीन शिरकत करने आते है।

दरगाह सज्जादा नशी ने बताया है कि दरगाह नूर बीबियो पर दूरदराज से आने वाले जायरीनो के लिए सभी तरह की सुख सुविधा उपलब्ध कराई जाती है और तीनो दिन लंगर -ए-आम का आयोजन किया जाता है।नूर बीबियो के उर्स में आने वाले जायरीन पिरान कलियर शरीफ में दरगाह साबिर पाक,दरगाह इमाम साहब,दरगाह पीर गैब साहब दरगाह कीलकीली साहब सहित अन्य दरगाहो पर भी जियारत कर फैज हासिल करते है।

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