*”चारधाम यात्रा को देखते हुए सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, जीआरपी देहरादून ने बढ़िया काम किया है, हमारी नजर और भी कई असामाजिक गिरोहों पर है, एक-एक कर सभी को जेल भेजा जाएगा” — कप्तान तृप्ति भट्ट*
पिछले माह दिनांक 15/05/2025 को इन्दौर मध्यप्रदेश से चारधाम यात्रा हेतु उत्तराखण्ड घूमने आये महिलाओं व पुरुषों के समूह जिनमें से महिलाओ का समूह जो कुछ दिन ऋषिकेश में रुक गया था तथा जो अपनी चारधाम यात्रा की समाप्ति के बाद दिनांक- 29/05/2025 को रेलवे स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश से ट्रेन सं0-07364 योगनगरी- हुबली एक्सप्रेस से वापस अपने-अपने गंतव्यों को जा रहे थे, जहर खुरान गिरोह के चपेट में आ गए।
*ऐसे काम करता था जहरखुरान गिरोह –*
सबसे पहले यह लोग कमजोर शिकार की तरफ अपनी नजर रखते हैं। जब इन्होंने देखा कि सिर्फ महिलाओं का ग्रुप है और उनके पास सामान भी बहुत ज्यादा है तब इन्होंने धीरे-धीरे ट्रेन में उन महिलाओं का सभी सामान चढ़ाने में पूरे मन से मदद की और जल्दी ही उन सभी महिलाओं को अपने विश्वास में ले लिया। महिलाएं भी इस बात से खुश थी कि उनको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और उनका कई नग सामान ट्रेन में आसानी से उनके बताए हुए स्थान पर रख दिया गया।
जब इन 02 अज्ञात व्यक्तियों ने बातों बातों में उन महिलाओं को यह बताया कि हम भी उन्हीं के प्रदेश के निवासी हैं और अपनी लच्छेदार बातों से जब उनको लुभाते हुए पूरी तरह विश्वास हासिल कर जान पहचान बना ली तो जैसे ही ट्रेन चली ट्रेन में ही 08 महिलाओ को यह कहते हुए कोल्ड ड्रिंक पिला दी कि आप लोग चारधाम यात्रा कर आए हैं थोड़ा पुण्य हमको भी कमाने दो और कोल्ड ड्रिंक पीकर जल्दी ही सभी महिलाएं बेहोश हो गईं तब उपरोक्त महिलाओं के मोबाईल फोन, मंगलसूत्र, रुपये आदि चोरी कर लिये।
*बेहोशी की दशा में हजरत निजामुद्दीन में मिली महिलाएं–*
उपरोक्त 08 महिलाओ को बेहोशी की हालत में ट्रेन से हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुँचने पर सम्बन्धित जीआरपी/आरपीएफ स्टाफ द्वारा उपचार हेतु सफदरजंग हॉस्पिटल दिल्ली में भर्ती करवाया गया। उक्त सम्बन्ध में श्रीमती शकुन्तला उर्फ मथुराबाई नि0- जूनी इन्दौर (म0प्र0) के बयानो के आधार पर थाना जीआरपी हजरत निजामुद्दीन दिल्ली में घटनास्थल उत्तराखंड का होने के कारण शून्य एफआईआर अन्तर्गत धारा-123, 305 (b), 3(5) BNS पंजीकृत की गयी जो बाद स्थानांतरण दिनांक 19/06/2025 को था, थाना जीआरपी देहरादून को zero FIR के रूप में प्राप्त हुई। जिस पर जीआरपी देहरादून द्वारा मेहनत की गई।
*कप्तान का सफल नेतृत्व–*
घटना की गंभीरता को देखते हुये कप्तान जीआरपी तृप्ति भट्ट द्वारा इस संदर्भ में एएसपी एवं सीओ जीआरपी से प्रकरण का गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण करने हेतु कहा एवं थाना प्रभारी जीआरपी देहरादून एवं कार्य कर रही अन्य टीमों से समय-समय पर वार्ता करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिसका सफल परिणाम दो शातिर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के रूप में सामने आया।
*दो शातिर आए जीआरपी की गिरफ्त में–*
टीम द्वारा वादी व पीड़ित महिलाओं द्वारा बताये गये हुलिये व दिन रात मेहनत करते हुए सीसीटीवी कैमरे से की गयी अभियुक्त की पहचान की मदद से जीआरपी, आरपीएफ व एसओजी जीआरपी टीम द्वारा मैन्युअल व टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से अथक मेहनत कर दिनांक 23/06/2025 को रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से अभियुक्तगण प्रताप सिंह व किशन को दबोचा गया। जिनके कब्जे से रुपए एवं कई नशीली टैबलेट्स मिलीं।
*कप्तान द्वारा टीम को शाबाशी–*
जहरखुरानी जैसे पर गंभीर अपराध में देहरादून जीआरपी की शानदार सफलता पर IPS तृप्ति भट्ट द्वारा पूरी टीम को शाबाशी देते हुए भविष्य में और बेहतर कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
*वकील के चेंबर में सफाई करता है गैंगस्टर प्रताप–*
अभियुक्त प्रताप अलीगढ़ कोर्ट में एक वकील के चेंबर में साफ सफाई का काम करता है जिसकी एवज में वकील इसके पुराने मुकदमों की पैरवी करता है जबकि अभियुक्त किशन मजदूरी पर नोएडा में टाइल्स लगाने का काम करता है। प्रताप ठेला लगाता था जहां इसकी मुलाकात टाइल्स लगाने वाले किशन से हुई और धीरे-धीरे दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई।