रिपोर्ट : तसलीम कुरैशी
पिरान कलियर/दरगाह साबिर पाक का 756वां उर्स/मेला संपन्न हो गया। उर्स में शामिल होने आए जायरीनों ने हाजिरी पेशकर रूहानियत का फैज हासिल किया। लेकिन पहली बार महिला दरगाह प्रबंधक के लिए गद्दी सजाई गई। और साथ ही दरगाह कर्मचारियों और फर्जी खादिमों ने खूब नजराना(भेंट) दिया। वीडियो में गद्दी पर बैठकर नजराना लेती दिखाई दे रही दरगाह प्रबंधक रजिया के चेहरे पर मुस्कान हैं। लेकिन विडंबना दिखाएं,अपने आप को जिम्मेदार बताने सज्जादा नशीन की भी अभी तक इस मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई हैं। जबकि सोशल मीडिया पर मैडम साहिबा का वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं।
ये मामला उस दरबारे साबिर पाक का है जहां पर साबिर पाक ने अपनी हयात में एक नजर में ही अपनी बीवी को राख कर दिया था इस आस्ताने की आस्था को एक महिला दरगाह प्रबंधक द्वारा तार तार किया जा रहा है,ये ऐसा क्यों कर रही है और इसको किस की सह है ये सवाल तो बनता है। क्या ये इस दरबार को अपनी निजी मलकियत समझ रही है अगर ये ऐसी हरकतों से बाज नहीं आती है तो मैं कलियर प्रेस क्लब अध्यक्ष मनव्वर कुरैशी ऐलान करता हूं कि अपने पूरे प्रेस क्लब की साथ इसके ऐसे घिनौने अपराध के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दरगाह कार्यालय पर अनिश्चित काल के लिए धरने पर बैठूंगा और दरगाह शरीफ की अजमत व आस्था को किसी को भी ठेस पहुंचाने नही दूंगा इसके लिए हमे चाहे जितने बड़े स्तर पर आंदोलन करना पड़े हम करेंगे। ये कान खोलकर सुन ले दरगाह प्रबंधक रजिया ये दरगाह शरीफ तेरी निजी मलकियत नही है जो तुम लोगो की मनमानी चलेगी ऐसा हर गिज नही होने देंगे।
विश्व विख्यात दरगाह साबिर पाक के उर्स में इस बार नई नई रस्मो को जन्म दिया गया। जहां पर कुछ सूफियों द्वारा जिस गुल्लर की शाखों को पकड़कर साबिर पाक ने 12 वर्षों तक इबादत(तपस्या) की उसको दर्शाते हुए जियारत कराई गई। वही कुछ लोगो द्वारा हुजूर सल्ललाहु अलैय वसल्लम की दाढ़ी मुबारक का बाल बताकर उसकी जियारत कराई जा रही है।वही पहली बार दरगाह प्रबंधक के लिए गद्दी सजाई गई। और गद्दी पर बैठी दरगाह प्रबंधक खुले आम दरगाह कर्मचारियों और फर्जी खादिमों से नजराना(भेंट) लेती नजर आ रही है। इसके अलावा मैडम साहिबा को खुश करने के लिए बकायदा कव्वाली का प्रोग्राम भी हुआ। जिसमे दरगाह कर्मचारियों और फर्जी खादिमों को मौखिक तौर पर बतौर खास बुलाया गया था। जबकि इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में मैडम साहिबा गद्दी पर बैठकर नजराना लेती दिखाई दे रही हैं। अब सवाल ये उठा हैं कि दरगाह प्रबंधक के लिए महफिल सजाने वाले लोग कौन थे? और इस तरह की नई परम्परा का दिखावा कर इनका क्या मकसद हैं? सवाल ये भी है,दरगाह प्रबंधक जिन फर्जी खादिमों पर रोक लगाने की बात करती हैं, उनसे मैडम साहिबा का क्या ताल्लुक हैं। वही इस पूरे मामले पर दरगाह साबिर पाक के जिम्मेदार सज्जदानशीन पर भी सवाल उठते हैं कि अभी तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया क्यो नहीं आई है। जिससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि कलियर में कोई भी कही से आकर नई परम्परा को जन्म दे सकता है,यहां पर कोई नियम शर्त लागू नहीं होती है सब इनकी मर्जी पर निर्भर है।उक्त मामले को लेकर अकीदत मंदो में भारी रोष है।
