रिपोर्ट : मनव्वर कुरैशी
पिरान कलियर/ सूत्रों के मुताबिक बुधवार को केंद्रीय जी एस टी की एक टीम बेडपुर चौक स्थित मोहम्मद इंतजार ऑनर (अलीशा ट्रेडर्स) पर सुबह 11 बजे पहुंची और जिन्होंने मोहम्मद इंतजार की दुकान में लगे कैमरे बंद कराकर फोन भी अपने कब्जे में ले लिया और कार्यवाई की आड़ में भयभीत करने का काम करते करते शाम के 6 बज गए जबकि मोहम्मद इंतजार के मुताबिक उन्होंने लगभग सभी मौजूदा सामान के बिल भी दिखाए लेकिन इन्होंने कार्यवाई के समय जी एस टी की टीम के एक कर्मचारी ने मोहम्मद इंतजार से सांठ गांठ कर मामले को रफा दफा करने की बात कही जिस पर मोहम्मद इंतजार ने कहा की जब मेरे पास सभी सामान के बिल है तो मैं किस बात की तुमसे सेटिंग करू। तभी मोहम्मद इंतजार ने उक्त मामले की सारी जानकारी सुराज सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी को दी जिस पर कुछ समय बाद मौके रमेश जोशी भी पहुंच गए रमेश जोशी ने मामले को संदिग्ध देखते हुए जी एस टी की टीम से अपने अपने आई कार्ड दिखाने को कहा लेकिन इन में से एक ने भी अपना आई डी कार्ड नहीं दिखाया तभी रमेश जोशी को इन पर संदेह हुआ और 112 पर कॉल करके सारे मामले की जानकारी दी तभी मौके पर रुड़की क्षेत्राधिकारी सहित पुलिस वह पहुंची और वहा मौजूद लोगो ने पुलिस को जी एस टी की टीम के द्वारा मोहम्मद इंतजार को डराने धमकाने और उनसे रिश्वत मांगने की बात कही तो तभी जी एस टी की टीम ने अपने आपको रिश्वत मांगने की पोल खुलती देख एक कर्मचारी ने ड्रामा रचकर पुलिस को अपने साथ मारपीट करने की बात कही जिस पर पुलिस ने बिना किसी जांच के और मोहम्मद इंतजार की बात सुने बिना एक तरफा करवाई करते हुए जी एस टी टीम के कर्मचारी को जिसने अपने को जी एस टी इंसपेक्टर मंजीत कुमार बताया पुलिस ने बिना जांच के एक तरफा कार्यवाई करते हुए मंजीत कुमार को तहरीर देने को कहा और पुलिस ने मंजीत कुमार को साथ ले जाकर बिना किसी चोट के तहरीर लेकर मंजीत कुमार को रात को ही आनन फानन में उसको रुड़की सिविल अस्पताल ले जाकर एक घंटे के भीतर फर्जी मेडिकल करा कर बिना किसी विवेचना के धारा 307 एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में फर्जी मुकदमा दर्ज कर मोहम्मद इंतजार को हिरासत में लेकर थाने ले आए रात भर उसको थाने रखा लेकिन सुबह ही सुराज सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता एस एस पी हरिद्वार के दरबार में पहुंचकर निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे जिस पर ईमानदार एस एस पी हरिद्वार परमिंदर डोबाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जानकारी ली और इतनी जल्द बाजी में और मामले को राजनीति से प्रेरित पाया जिस पर एस एस पी हरिद्वार ने मामले को दूध का दूध और पानी पानी करते हुए निष्पक्ष जांच कर कार्य करने के निर्देश दिए जिस पर कलियर पुलिस द्वारा लगाई धारा 307 एक्ट को निराधार देखते हुए प्रभाव से हटवाकर आगे की कार्यवाई करने को निर्देश दिए पुलिस द्वारा तभी धारा 307 एक्ट को हटाकर मोहम्मद इंतजार को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जिस पर माननीय न्यायालय ने मामले को सुना और सबूत के अभाव में कमी को देखते हुए पुलिस को जमकर फटकार लगाते हुए मोहम्मद इंतजार को माननीय न्यायालय ने जमानत मंजूर कर घर भेज दिया जिसके बाद वहा सभी उपस्थित गणों ने एस एस पी हरिद्वार के द्वारा निष्पक्ष कार्यवाई के बाद मोहम्मद इंतजार को इंसाफ दिलाने की चर्चा खूब हो रही है और एस एस पी हरिद्वार की जमकर प्रशंसा की जा रही है। और एस एस पी हरिद्वार,सुराज सेवादल,रमेश जोशी जिंदाबाद के जमकर नारे लगाए गए। इस मौके पर काफी संख्या में सुराज सेवादल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।