महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का एक प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र -महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद

प्रयागराज,परम पूज्य श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद महाराज ने महाकुंभ मेले पर्व को लेकर कहां की महापर्व कुंभ मेला 2025 खासतौर पर ऐतिहासिक होगा क्योंकि यह मेला कई वर्षों बाद पुनः आयोजित हो रहा है। कुंभ मेला हिंदू धर्म का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 वर्ष में चार स्थानों—प्रयागराज (इलाहाबाद), हरिद्वार, उज्जैन और नासिक—में आयोजित होता है।उन्होंने कहा कि इस मेले में लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान करने और धार्मिक अनुष्ठान करने आते हैं, उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर पर जो पवित्र संगम में स्नान करते हैं ऐसे व्यक्तियों के पापों का नाश हो जाता है और मुक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि संतमहापुरुष, जाति, भाषाओं का संगम महाकुंभ में देखने को मिलता है, क्योंकि यह एक ऐसा आयोजन है जहाँ विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पृष्ठभूमियों के लोग एकत्र होते हैं। महाकुंभ मेला एक ऐतिहासिक और धार्मिक परंपरा है, जहाँ संतों और महात्माओं की उपस्थिति, विविधता और एकता का प्रतीक बनती है। यहाँ पर सभी प्रकार के लोग, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या भाषा के हों, एक ही उद्देश्य के लिए एकत्र होते हैं – आत्मशुद्धि, भक्ति और साधना। इस तरह से महाकुंभ एक अद्भुत संगम है, जो समाज की विविधता और एकता को दर्शाता है।

श्री पातालेश्वर महादेव मांडवी के गादी पति परम पूज्य श्री महंत स्वामी दीप्तानंद जी महाराज ने शाही स्नान कर समस्त भारत वासियों के लिए मंगल कामनाएं करते हुए प्रार्थना किया की सृष्टि की नवग्रह का मिलन इस महाकुंभ पर्व पर सभी भक्तजनों के लिए न्यायकारी शुभकारी प्रतीत हो ऐसी मंगल कामनाओं के साथ बारंबार प्रार्थना करते हुए प्रकृति के लिए भी उन्होंने स्वच्छता पवित्रता का सन्देश देते हुए कहा की सृष्टि की रक्षा करना हमारा परम धर्म है समस्त पृथ्वी वासियों का भी मुख्य उद्देश्य पृथ्वी की रक्षा करना और स्वयं की आत्मरक्षा करना, सुरक्षा करना सर्वप्रथम धर्म है। सनातन संस्कृति धर्म स्वयं की रक्षा समाज की रक्षा, देश की रक्षा, राष्ट्र की रक्षा करने की शक्ति प्रदान करती हैउन्होंने कहा की संत महात्माओं के पुण्य सत्कर्म पुण्य फल के सौभाग्य शुभाशीष आशीर्वाद के रूप में सदैव भक्त जनों के उज्जवल भविष्य कों बनाते हैं, जिनसे ऊर्जा और शक्ति का संचार होता है. संपूर्ण विश्व के लिए मंगल कामना की।

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