श्री महंत रवींद्र पुरी सनातन धर्म के हैं सच्चे रक्षक-महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहा नन्द गिरि
प्रयागराज महाकुंभ में श्री पंचायती दश नाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहा नन्द गिरि महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज का निरंजनी अखाड़े की छावनी में पहुंचकर स्वागत सम्मान करते हुए कहा कि भारत के ऐसे पहले संत हैं जिन्होंने महाकुंभ जैसे आयोजन में मुस्लिम संप्रदाय के लोगों द्वारा सामान बेच जाने या दुकान लगाने पर प्रतिबंध लगाया है। उन्होंने कहा कि हम सच्चे सनातनी हैं और सनातन धर्म की रक्षा के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसे पहले संत हैं जिन्होंने संतो के हत्यारे मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा लगाए जाने का कुम्भ मे विरोध किया। उन्होंने कहा कि हम हिन्दू होने के बावजूद साईं को पूजते हैं,पीर कों पूजते हैं जहाँ मुर्दे गड़े रहते हैं।उन्होंने कहा कि हम सभी सनातनी हिंदुओं से अपील करते हैं कि ऐसे गुरुओं की शरण में आये जो सनातन धर्म की रक्षा को ऐसे निर्णय ले सकते हैं। और सनातन धर्म को एक सही दिशा दिखा सकते हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा की आज मुस्लिम धर्म के लोग सोनू, मोनु बनकर हिन्दू धर्म की लड़कियो के साथ लव जेहात कर रहे हैं ऐसे लोग कभी सच्चाई के मार्ग पर नहीं चल सकते उन्होंने कहा कि महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और एकता का प्रतीक भी है। इसकी पवित्रता, इसकी अखंडता,एकता बचाने के लिए हमें इस तरह के निर्णय लेने पड रहे हैं। इस अवसर पर अखाड़ा सचिव श्री महंत रामरतन गिरी,महंत दिनेश गिरी, महंत राजगीर, महंत राधे गिरी, महंत भूपेन्द्र गिरी, महंत ओमकार गिरी,आदि के संग अनेक संत महापुरुष उपस्थित रहे।