शरारती तत्व किसी भी भेष में संतों को पहुंचा सकते हैं नुकसान- श्री महंत राम रतन गिरी
प्रयागराज, श्री पंचायती निरंजनी अखाडे की छावनी में भगवा कपड़ों में संत भेष धारी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चेहरा मोरा के समीप आकर चेहरा मोरा पर बैठे संतो को आप शब्द कहकर माहौल को खराब करने का प्रयास किया गया। जिसको छावनी में तैनात स्कॉट के द्वारा छावनी से बाहर निकाल दिया गया।
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा सचिव श्री महंत राम रतन गिरी ने कहा कि महाकुंभ जैसे पावन और धार्मिक आयोजन में असंख्य श्रद्धालु इस वक्त महाकुंभ प्रयागराज में मौजूद हैं. और उन्हीं के बीच में कुछ ऐसे शरारती तत्व भी होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता जो महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को धूमिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज ऐसे ही भगवा चोले में संत भेष धारी तथाकथित व्यक्ति द्वारा संतों की गरिमा और मर्यादा को धूमिल करने का कार्य किया गया है। क्योंकि संत भेष धारी तथाकथित व्यक्ति द्वारा महामंडलेश्वर स्वामी अन्नपूर्णा भारती माता को आप शब्द कहकर उनका अपमान किया गया है जिसे संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा उन्होंने कहा कि ऐसे शरारती तत्वों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजना होगा जो महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को धूमिल कर संतो की गरिमा और श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शरारती तत्व किसी भी रूप में हो सकता हैं। जो सबके उनके लिए परेशानी और नुकसान का कारण बन सकते हैं। इस अवसर पर श्री महंत शंकारानंद, श्री महंत ओमकार गिरी, श्री महंत दिनेश गिरी ,श्री महंत राधे गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी,महंत राकेश गिरी,महंत शिववन,महंत सतीशवन, महंत राजगिरी,आदि के संग अन्य संत महापुरुष मौजूद रहे।