रिपोर्ट:मनव्वर कुरैशी
मंगलौर/हरिद्वार/मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पीरपुरा में सरकारी चकरोड कामामला पूर्व के कई माह से चल रहा है लेकिन 02 दिसंबर को रुड़की तहसीलदार द्वारा पीड़ितों को धमकाने से नाराज सुराज सेवादल के पीड़ित कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर उनके नेतृत्व में कलेक्ट्रेट हरिद्वार में देर शाम अनशन पर बैठे थे लेकिन हरिद्वार एस डी एम राजबीर सिंह रुड़की तहसीलदार दयाराम सहित मौके पर पहुंचे थे और 04 दिसंबर सोमवार को चकरोड एवं मकान को कब्जा मुक्त कराने के आश्वासन पर अनशन समाप्त करा दिया गया था। लेकिन आज रुड़की तहसील प्रशासन चकरोड स्थित पीरपुरा गांव पहुंचे जहां पर उन्होंने सिर्फ पैमाईश करने की हल्की फुल्की फॉर्मेलटी कर बैरंग लौट गए जिससे नाराज पीड़ित उस्मान पुत्र हाजी इरफान,साजिद पुत्र मजर हसन निवासी पीरपुरा कलेक्ट्रेट हरिद्वार पहुंचे और कही पर सुनवाई न होने से नाराज और पूर्व कांग्रेस विधायक मंगलौर द्वारा भू माफियाओं को संरक्षण देने से नाराज दोनो पीड़ित आत्म दाह की नियत से रानीपुर मोड़ स्थित जल संस्थान की पानी की टंकी पर चढ़ गए जैसे ही उक्त मामले की जानकारी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को लगी एल आई यू सहित हड़कंप मच गया।आनन फानन में मौके पर एल आई यू एवं पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला और पीड़ितो को काफी मानने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने और आत्म दाह करने पर अड़े रहे। तभी मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार ए डी एम पी एल शाह और रुड़की एस डी एम विजय नाथ शुक्ला मौके पर पहुंचे और कल यानि 05 दिसम्बर को उस्मान के चक की चकरोड़ एवं साजिद के मकान को भू माफिया से अवैध कब्जा मुक्त कराने के आश्वासन पर सुराज सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी एवं सुराज सेवादल के वरिष्ठ नेता मोहम्मद इंतजार के आश्वासन पर दोनो पीड़ित टंकी से नीचे उतरे तब जाकर धरना समाप्त हुआ।इस मौके पर काफी संख्या में संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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