सनातन परंपराओं की अद्भुत पहचान है प्रयागराज महाकुम्भ – श्री महंत राजेंद्र दास
प्रयागराज,महाकुम्भ 2025 प्रयागराज मे निरमोही अनी अखाड़े द्वारा आज सब अखाड़ों मे सबसे पहले धर्म ध्वजा की स्थापना विधिविधान से पूजा अर्चना कर की गई ।
श्री महंत राजेंद्र दास ने जानकारी देते हुए बताया कि हिंदू धर्म की आस्था, परंपरा और संस्कृति का धार्मिक धर्म ध्वज प्रतीक है. प्रयागराज में इस बार महाकुंभ 2025 आयोजित हो रहा है. इस बार का महाकुंभ भव्य होने जा रहा है. इस बीच 13 अखाड़ों की धर्म ध्वजाएं सबका ध्यान आकर्षित कर रही हैं.जो अखाडो मे कुंभ की शान मानी जाती हैं । महाकुम्भ मे यहां साधु संतों के अनेक रूप नजर आते हैं. इन्ही आखाड़ों में लहराती ये धर्म ध्वजा उनके वर्चस्व, प्रतिष्ठा, बल और इष्टदेव का प्रतीक मानी जाती है. उन्होंने कहा कि सनातन परंपराओं की अद्भुत पहचान प्रयागराज महाकुम्भ हैं उन्होंने कहा कि आज धर्म ध्वजा स्थापना के लिए कुम्भ मेला अधिकारी, डी आई जी, एस एस पी के साथ कई शासनिक,प्रशासनिक अधिकारी, महामंडलेश्वर, संत और महंत सम्मिलित हुए। इस अवसर पर श्री महंत राजेंद्र दास, श्री महंत रवींद्र पुरी सचिव महानिर्वाणी अखाड़ा, श्री महंत मुरलीदास, श्री महंत धर्मदास, श्री महंत रामकिशोर दास, श्री महंत रामजी दास, श्री महंत मोहनदास, महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद गिरि, महंत दिक्तानंद गिरी, महंत रामशरण दास, महंत गोविंद दास, महंत सतवा बाबा, महंत भईया जी महाराज,महंत नरेंद्र दास, के साथ अहमदाबाद से झा भाई जी, महंत राधे गिरी, महंत हेमंत दास, महंत जमुनापूरी सहित सभी 13 अखाड़े के संत महापुरुषों ने इस अवसर पर श्री महंत राजेंद्र दास को बधाई दी।