हम रोज सुनते भी हैं और देखते भी हैं कि कोई ना कोई पार्टी अपनी राजनीति को चमकाने के लिए जनता को ऐसे सपने दिखाते हैं जिससे जनता राजनीति पार्टी के द्वारा बुने हुए ताने-बाने के जाल में फंस जाती है। लेकिन होता वही है जो पार्टी चाहती है ।आगामी चुनाव 2022 में होने वाले हैं ,जिसमें एक बार फिर से राजनीतिक महासंग्राम के बीच जनता को कई तरह के प्रलोभन और सपने दिखाए जा रहे हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या जो सपने दिखाए जा रहे हैं वह कभी हकीकत में पूरे होंगे भी या नहीं ?आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य में भाजपा की सरकार इस वक्त अस्तित्व में है। और आने वाले चुनाव को लेकर हर क्षेत्र में तैयारियों में जुटी है। उसी के साथ साथ अन्य पार्टियां भी चुनाव की तैयारी के महासंग्राम में आने को अपनी तैयारी कर रही हैं। जिसमें कोंग्रेस और आम आदमी पार्टी इस समय भारी बहुमत के साथ सत्ता में आने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। बात की जाए अगर आम आदमी पार्टी की तो उत्तराखंड की जनता को 300 यूनिट फ्री बिजली दिए जाने का एक सुनहरा सपना दिखाया गया है। लेकिन यह सच हो पाएगा या नहीं अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। ठीक उसी प्रकार उत्तराखंड राज्य की भाजपा सरकार रोज नई-नई घोषणाएं कर रही है। उनमें से कुछ पर अमल भी किया जा रहा है। जिससे कि जनता का विश्वास भाजपा सरकार की रीतियों और नीतियों पर बना रहे। साथ ही भाजपा कार्यकर्ता भी राज्य के कोने कोने में घर-घर जाकर भाजपा के द्वारा किए जा रहे कार्यों और भाजपा सरकार की रीति और नीति से जनता को अवगत करा रहे हैं। ठीक वही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी भाजपा सरकार के द्वारा किए गए वादों में से जो पूरे नहीं हो पाए हैं ,उनको मुद्दा बनाकर जनता के बीच अपनी साख बनाने में लगे हैं ।रोज कहीं ना कहीं छोटे या बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें कार्यकर्ताओं की एक बड़ी फ़ौज तैयार करने के लिए सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। यही प्रयास इस वक्त आम आदमी पार्टी भी उत्तराखंड राज्य के हर कोने में कर रही है। लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर जनता क्या चाहती है? जनता के हित में कार्य कौन करने वाला कौन है? यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है। पार्टी चाहे कोई भी हो जनता को सपने दिखाना और वादे करना हर राजनीतिक पार्टी का एक वह हथकंडा है जिससे जनता को अपनी ओर खींचा जाता है ।इसके अलावा और कुछ नहीं। जनता को इस हकीकत का तब पता चलता है ,जब हाथ से रस्सी टूट जाती है और राजनीतिक पार्टी सत्ता में आ जाती है। जिसके बाद अपने मनमाने तरीके से जनता को चलाया जाता है, और उस पर राज किया जाता है।
                                                     
                    
                
                
	                          