रिपोर्ट:-मनव्वर क़ुरैशी
रुड़की/पुरानी पेंशन बहाली पार डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने राजस्थान सरकार द्वारा राज्य कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल करने के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया। मुख्य संरक्षक एवम प्रदेश प्रवक्ता ने प्रेस क्लब में आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पुरानी पेंशन प्रत्येक कार्मिक का अधिकार हैं, इसलिए यह पूरे देश में लागू की जानी चाहिए और अन्य सरकारें भी इस महत्व को समझे ओर बाजार आधारित नई पेंशन योजना को समाप्त करें। वहीं प्रदेश प्रवक्ता जुनैद गौड़ ने कहा कि मोर्चा पिछले दो वर्षों से इस मांग को उठाता आ रहा हैं। यही नहीं हमने सड़क से सदन तक सरकारों को चेताया सचिव विवेक रवि ने बताया, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को अभियान के तहत 80 हजार पोस्ट कार्ड भी भेजे, उन्होंने गहलौत सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि उत्तराखण्ड में भी दस मार्च को परिणाम के उपरांत नई सरकार पुरानी पेंशन को विधायकों की तरह ही राज्य कर्मियों के लिए लागू करेगी। गढ़वाल मंडल प्रभारी अशोक सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी संघ ने यह मुद्दा दलों के द्वारा प्रमुखता से उठवाया और उन्होंने इस बात को माना तथा विधानसभा सत्र में इसे पारित कराने की बात भी कही। जबकि कुछ सदस्य द्वारा प्रकरण को विधानसभा में इस मुद्दे को सदन में दमदार तरीके से उठाया गया जिनका संघ पदाधिकारी जल्द ही उनका सम्मान समारोह करेंगे । वहीं मुख्य संरक्षक विनोद कुमार ने पाचंवी विधानसभा के पहले ही पुरानी पेंशन बहाली की उम्मीद जताई और कहा कि यह प्रस्ताव उत्तराखण्ड में जल्द पारित होगा। वहीं समाजसेवी रवि बाबू ने कहा कि पेंशन वास्तव में कर्मियों का अधिकार और बुढापे का सहारा हैं। सरकार को ओपीएस पुनः लागू करनी चाहिए। इस मौके पर संरक्षक विनोद कुमार ने उन सभी कर्मियों का आभार व्यक्त किया जो इस आन्दोलन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से लगातार जुड़े रहे। शौर्य गोयल ने कहा पेंशन कर्मचारी के बुढ़ापे की रीढ़ है और इन्हें इसका वाजिब हक मिलना चाहिए।

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