मनोज कश्यप (हरिद्वार)

  हरिद्वार / हरकी पैड़ी हरीद्वार पर सफ़ाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर चल रहे धरना प्रर्दशन को आज दिनाक 3 दिसम्बर 2021 को पूरे 18 दिन हो चुके है। और भूख हड़ताल पर बैठे सुशील कुमार वाल्मिकी को हॉस्पिटल में भर्ती होने के बावजूद भी भूख हड़ताल पर बने हुए आज 13 दिन पूर्ण हो चुके है। परन्तु सरकार या शासन प्रशासन इन कर्मचारियों की मांगों को लेकर चल रहे इस आंदोलन की अनदेखी की जा रही है।

गुस्साए सुशील कुमार वाल्मिकी ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा की मुझे हॉस्पिटल में एडमिट कराने के बहाने से आंदोलन खत्म कराने के लिए मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है। कल जब डॉक्टर संदीप टंडन की सभी रिपोटो के अनुसार मुझे स्वस्थ बताकर डिस्चार्ज कर दिया और कुछ दवाइयां एवम डिस्चार्ज पत्र मुझे दे दिया गया, तों फिर दुबारा से क्यों सी एम एस के आदेशों पर मेरा डिस्चार्ज रद्द किया गया।

उन्होंने कहा की इससे शासन प्रशासन की नीति साफ दिख रही है की वो आंदोलन को खत्म कराना चाहते है। तभी से गुसाए सुशील कुमार वाल्मीकी ने डॉक्टरों से उपचार कराना बंद कर दिया है। और कहा की अब जब तक इन गरीब बेरोजगार कर्मचारियों को इनके कार्यों पर बहाल नहीं किया जाता तब तक मैं इसी प्रकार से भूख हड़ताल पर बना रहूंगा ऐसे में मुझे कुछ भी होगा तो उसकी पूर्ण जिमेदारी सरकार शासन प्रशासन की होगी जो इस पूरे प्रकरण को जानने के बावजूद भी अनजान बन रहे

।दूसरी ओर आन्दोलन को मजबूती प्रदान करते हुए गुस्साए सभी कर्मचारियों ने भी कहा कीहम  इस आंदोलन पर बने हुए है और शासन प्रशासन के ऐसे रवैया का कड़ा विरोध करते है अगर शासन प्रशासन नही सुनता है तों हम बहुत ही जल्द सरकार और शासन प्रशासन के खिलाफ सख्त कदम उठायेंगे जिसकी उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

error: Content is protected !!