हरिद्वार /लक्सर-त्रिवर्षीय वेतन वृद्धि को लेकर कैवेंडिश इंडस्ट्रीज लिमिटेड(जेके टायर) में कार्यरत 7 पंजीकृत यूनियन के सैकड़ों श्रमिको द्वारा फैक्टरी गेट पर अपनी मांगे पूरी न होने और फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मनमर्जी किए जाने से क्षुब्ध होकर जोरदार नारेबाजी कर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद 7 श्रमिक संगठनों के श्रमिक मांग स्वीकृत न होने तक गेट पर धरने पर बैठ गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कैवेंडिश इंडस्ट्री लिमिटेड में 27 पंजीकृत श्रम यूनियन है जिनकी सहमति से ही फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा हर 3 वर्ष में कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की जाती है इस बार समय पर वेतन वृद्धि न किए जाने से नाराज कर्मचारियों द्वारा श्रमआयुक्त हरिद्वार के समक्ष बीती 5 जुलाई को फैक्ट्री प्रबंधन और यूनियनों के अध्यक्ष द्वारा वार्ता की जानी थी। लेकिन प्रबंधन द्वारा 20 श्रमिक संगठनों के साथ साठगांठ करके 28 जून को रात के अंधेरे में समझौते को साइन करा लिया गया।
‘जिसका 7 श्रमिक संगठनों द्वारा विरोध प्रकट किया गया
इस संबंध में उप श्रमआयुक्त मधु नेगी ने 7 श्रमिक संगठनों से कहा कि आप समस्त श्रमिकों का भौतिक सत्यापन कराए।जिस पर इन श्रमिकों द्वारा 16 अगस्त तक भौतिक सत्यापन कराया जा चुका था।’फैक्ट्री में कुल श्रमिक संख्या 2948 है जिसमें से 1780 श्रमिकों द्वारा श्रम कार्यालय पहुंचकर श्रम प्रवर्तन अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर समझौते से असहमति प्रकट करते हुए शपथ पत्र प्रस्तुत किए गए।
इस पर कई दिन बीत जाने पर भी उप श्रमआयुक्त द्वारा विवादित समझौते को सक्षम न्यायालय में संदर्भित नहीं किया गया है।जिससे श्रमिकों में भारी रोष व्याप्त है,फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा श्रमिकों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से 29 जून को 12 श्रमिकों को बिना किसी नोटिस के,बिना किसी गलती के कंपनी से बाहर निकाल दिया गया।
‘अब श्रमिकों की मांग है कि संबंधित अधिकारियों को आदेशित कर समझौता 2021 को सक्षम न्यायालय में संदर्भित किया जाए और निकाले गए सभी श्रमिकों को तुरंत ड्यूटी प्रदान की जाए सभी श्रमिकों का रुका वेतन भी दिया जाए।इन श्रमिक संगठनों का यह भीआरोप है कि प्रबंधन द्वारा अब उन्हें समझौते के लिए जबरदस्ती बाध्य किया जा रहा है,तथा जबरन उनसे कागजों पर यह कहकर साइन कराए जा रहे हैं कि उन्हें फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा प्रस्तुत समझौता मंजूर है।’जो श्रमिक साइन नहीं कर रहा है उसे फैक्ट्री में कार्य करने नहीं दिया जा रहा है, उसे फैक्ट्री से निकालने की व जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
सात श्रमिक संगठनों के कर्मचारियों का कहना है कि अगर फैक्ट्री प्रबंधन त्रिवर्षीय वेतन वृद्धि का समझौता नहीं करता है, तो उनकी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक प्रबंधन समझौता नहीं कर लेता। इसके लिए चाहे भूख हड़ताल या फैक्ट्री के समक्ष आत्मदाह भी करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे।फैक्टरी के गेट पर प्रदर्शन करने वालो में बलदेव सिंह,अशोक कुमार ,पंकज शर्मा, गोविंद ,निशांत, सुमित कुमार, सुधीर ,पंकज, सही पाल, जितेंद्र, अशोक कुमार, आदि बड़ी संख्या में श्रमिक मोजूद रहे। जिन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन के साथ ही श्रम आयुक्त मधु नेगी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।