हिन्दू संस्क्रती में विशेष महत्व रखने वाला और भाई बहन के प्यार का प्रतीक राखी यानी भाई-बहनों का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन आज दिन रविवार को मनाया जा रहा है। पौराणिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, भद्रा काल और राहु काल में राखी नहीं बांधी जाती है। रक्षाबंधन को लेकर भद्राकाल और राहुकाल का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। भद्राकाल और राहुकाल में राखी नहीं बांधी जाती है क्योंकि इन काल में शुभ कार्य वर्जित है।राखी का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:42 मिनट दोपहर से शाम 4 बजकर 18 मिनट तक, राखी बांधना सबसे शुभ रहेगा ।आजके दिन सर्व प्रथम रोली का तिलक कर अक्षत माथे पर लगाकर भाई की राखी पर रक्षासूत्र को बांधें उसके उपरान्त मिष्ठान समूह मीठा कराये ।