हरिद्वार/उत्तराखंड सरकार के संरक्षण में रेडी पटरी फेरी टोकरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को उनके कारोबारी स्थानों पर प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत वेंडिंग जॉन, हॉकिंग जॉन के रूप में व्यवस्थित व स्थापित किए जाने की कवायद को तेज करते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने वेद मंदिर स्थित अपने कैम्प कार्यलय पर मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह व संबंधित अधिकारियों को तलपकर उत्तराखंड नगरीय फेरी व्यवसाय नियमावली को क्रियान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए, फेरी नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा कर 50 दिन में सभी वेंडिंग जॉनों में सभी लघु व्यापारियों को समाहित किये जाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने रेड़ी पटरी वालों का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रस्ताव रखा कि सभी नगर निगम क्षेत्र के 15 वेंडिंग जॉन में पूर्व के सर्वे के आधार पर 2,555 रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को प्राथमिकता के साथ 1,000 एलओआर (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को भी सम्मलित कर राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में 100% भागीदारी दिए जाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा हमारी सरकार की और से प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा स्वरोजगार सुनिश्चित करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र व हर वर्ग को रोजगार से जोड़ा जाना हमारी सरकार की प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारी अपने स्वरोज़गार के लिए अब दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा, शीघ्र ही वेंडिंग जॉन के रूप में मूलभूत सुविधाओं के साथ रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को मुख्यधारा में लाकर सरकार की और से पूरा संरक्षण दिया जाएगा।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का आभार प्रकट करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण विकास को अग्रशील रखते हुए सभी न्याय पंचायतों में अपना बाजार बनाकर कृषकों व रेडी पटरी के लघु व्यापारियों में समन्वयक स्थापित कर स्वरोज़गार दिया जाना राज्य सरकार की और से जनहित में एक सार्थक कदम होगा।
समीक्षा बैठक में पूर्व पार्षद, युवा भाजपा नेता कन्हैया खेवड़िया, नगर निगम मानचित्रकार दिनेश कांडपाल, राजेन्द्र पाल, मान सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
