शांतिपूर्ण धरना दे रहे सत्यम ऑटो से निष्कासित कर्मचारियों को पुलिस प्रशासन ने उठाया जबरन

खबर सिडकुल हरिद्वार से है जहां आज दिनांक 22 जुलाई दिन बृहस्पतिवार को सिडकुल स्थित हरिद्वार सत्यम ऑटो से निष्कासित कर्मचारियों द्वारा दिए जा रहे शांतिपूर्ण धरने से पुलिस प्रशासन के द्वारा जबरन गाड़ियों में भरकर किसी अन्य स्थान पर ले करके जाया गया प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 8:00 बजे सिडकुल स्थित सत्यम ऑटो कंपोनेंट से निष्कासित कर्मचारियों के द्वारा कंपनी के गेट पर तालाबंदी कर पिछले 15 दिन से बैठे कर्मचारियों को पुलिस प्रशासन ने सख्ताई दिखाते हुए जबरन गाड़ियों में भरकर पुलिस लाइन रोशनाबाद ले गए आप को बता दें कि पिछले 14 दिनों से फैक्ट्री बंद पड़ी है जिसमें कोई कार्य नहीं हुआ है क्योंकि निष्कासित कर्मचारियों ने गेट पर तालाबंदी कर कार्यरत किसी भी कर्मचारी को कंपनी के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया।

निष्कासित कर्मचारियों का कहना था की जब तक उनके कार्य बहाली नहीं कर दी जाती तब तक वह धरने से नहीं उठेंगे लेकिन आज सुबह तकरीबन 8:00 बजे भारी पुलिस बल के साथ पुलिस प्रशासन ने जबरन सभी धरने पर बैठे श्रमिकों व उनके परिजनों को गाड़ियों में भरकर पुलिस लाइन रोशनाबाद ले गए जिसके चलते शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे कंपनी से निष्कासित कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।


धरना दे रहे सत्यम ऑटो के निष्काषित कर्मचारियों और उनके परिजनों का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा लोकतंत्र की हत्या करते हुए उन्हें जबरन भारी पुलिस बल द्वारा उठाया गया है।

निष्कासित धरनारत प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस लोकतंत्र विरोधी कार्य से जाहिर हो गया है कि सरकार पूंजीपतियों के हाथ का खिलौना बनकर रह गयी है और पूंजीपतियों के सामने सरकार, शासन व प्रशासन भी नतमस्तक है।

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