रुड़की/मनव्वर क़ुरैशी।कोरोना महामारी के चलते देश के गरीब मजदूरों के साथ साथ गरीब किराए पर दुकाने लेकर जीवन यापन करने वाले दुकानदार भी प्रभावित है जिनके सामने बच्चों का पालन पोषण के साथ साथ बन्द पड़े व्यवसाय के कारण आर्थिक स्थिति निंदनीय है इसको देखते हुए  हाजी सलीम खान का कहना है कि सरकार व वक्फ बोर्ड अधिकारियों को चाहिये कि पिछले वर्ष लोकडॉन व इस वर्ष कोरोना काल का किराया दुकानदारों से न लिया जाकर उनकी आर्थिक मदद कर परिवार का जीवन यापन करने में मदद करने की पहल करनी चाहिए।
देशभर में बढ़ते कोरोना के कहर से बचने के लिये जो गाइडलाइन प्रदेश व केंद्र सरकारों ने जारी की है उसका पालन सभी देश प्रदेश की जनता कड़ाई से कर रही है।लेकिन सरकारों द्वारा गरीब ,मजदूर,दुकानदारों के लिये पर्याप्त सुविधा परिवार चलाने के लिये जारी नही करने से गरीब लोगों के परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे है उसके लिये सरकार को इन गरीब परिवारों की आर्थिक मदद के साथ ही प्रयाप्त राशन की व्यवस्था के लिये भी कदम उठाने चाहिये ताकि गरीब लोग कर्फ्यू के समय मे गाइडलाइन का पालन कर अपने परिवार की सुख सुविधाओं व चिकित्सीय सुविधाओ का लाभ ले सके।
जहां हरिद्वार धरनगरी के दुकानदार बाहर से आने वाले यात्रियों के शेयर दुकानदारी कर अपने बच्चों का पेट पालते है वही पर अपने द्वारा की गई कमाई से बचकर दुकानों का किराया भी भरते है।लेकिन सम्पूर्ण लोकडॉन लगने से यात्रियों के न पहुंचने के कारण कलियर दरगाह के दुकानदारों को भारी आर्थिक हानि हो रही है।हाजी सलीम खान का कहना है कि सरकार,दरगाह प्रशासन और वक्फ बोर्ड के अधिकारियों को चाहिये कि पिछले वर्ष लोकडॉन व इस वर्ष कोरोना काल का किराया दुकानदारों से न लिया जाए।और उनकी आर्थिक मदद कर परिवार का जीवन यापन करने में मदद करने की पहल करनी चाहिए।
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