ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की की दरगाह की आय को हानि पहुंचाने के पत्र पर प्रबंधक ने की थी सुपरवाइजर के खिलाफ कार्यवाही
पिरान कलियर/मनव्वर क़ुरैशी।दरगाह पिरान कलियर में बढ़ते भ्र्ष्टाचार शिकायत के मद्देनजर दरगाह की देखरेख के लिये हाइकोर्ट नैनीताल की जनहित याचिका 87/2011 के अंतिम आदेश 23/08/2017  पर दरगाह प्रशासक हरिद्वार जिला अधिकारी को बनाकर देखरेख की जा रही है।रोजाना की प्रबंध व्यवस्था की देखरेख के लिये कार्यालय पर जिला अधिकारी के आदेश पर प्रबंधक की नियुक्ति 2015 के बाद अन्य सरकारी विभागों से की जाती आ रही है।जिसके चलते अन्य विभागों से आये प्रबंधक का फायदा उठाकर दरगाह कर्मी/सुपरवाइजर लगातार दरगाह की आय को हानि पहुंचते आ रहे है।जिसके एवज में समय समय पर इन कर्मचारियों के खिलाफ भी प्रबंधकों द्वारा कार्यवाही होती रही है।अब ताजा मामला दरगाह के ठेकेदारों के वार्षिक समय पूरा होने पर सीईओ वक्फ  बोर्ड के आदेश पर अपर उपजिला अधिकारी पूर्ण सिंह राणा द्वारा 22 फरवरी 2021 को प्रशाद की दुकान ठेकेदारों से कब्जा मुक्त कराकर प्रबंधक की देखरेख में तीन सुपरवाइजर की ड्यूटी प्रशाद की दुकान लोकडॉन से पूर्व 30 अप्रेल 2021 तक चलाई गयीं,ओर दरगाह प्रबंधक द्वारा बैंक खाते प्रतिदिन रकम जमा करने की जिम्मेदारी भी सुपरवाइजरों की लगाई गई थी।लेकिन सम्बन्धित सुपरवाइजरों द्वारा दरगाह के खाते पूरी प्रतिदिन की रकम जमा न कराकर अपनी तिजोरियों को भरा गया था ओर दरगाह की आय की मिलीभगत कर हानि पहुंचाई गयी।दरगाह लेखाकार की रिपोर्ट पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दरगाह की आय की हानि के सम्बंध में प्रबंधक से जवाब मांगा गया तो उस पर प्रबंधक के द्वारा सम्बन्धित कर्मियों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण /सेवा समाप्त की कार्यवाही के लिये पत्र देकर अनुमोदनार्थ उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया।इस से नाराज सुपर वाइजर सिकन्दर राव ने प्रबंधक को सबक सिखाने की योजना बना डाली ओर प्रबंधक से सेटिंग कर कुछ रकम देने के लिये कलियर योजनाबद्ध तरीके से बुलाया गया, ओर पूर्व से ही योजना के तहत विजिलेंश टीम को लगाकर कार्यालय में पहुंच प्रबंधक को 10,000 हजार रुपये थमाकर रंगेहाथ धरवा दिया गया।ओर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा दरगाह की आय को हानि पहुंचाने के प्रकरण को दबाने की कोशिश लगातार जारी है।अब देखना यह है कि नवनियुक्त ज्वाइंट मजिस्ट्रेट  आईएएस अपूर्वा पांडेय दरगाह की आय को करोड़ो की हानि पहुंचाने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही पूरे प्रकरण की जांच कराकर कर पाएंगी या नही यह तो आने वाला वक्त ही बता पायेगा।
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