अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने किया नवनियुक्त शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य मानने से इनकार, विरोध में उतरा अखाड़ा परिषद
शारदा पीठ और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वरूपानंद सरस्वती के गोलोक गमन के बाद उत्तराधिकारी को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. द्वारिका पीठ और ज्योतिष पीठ पर उत्तराधिकारियों की घोषणा हो चुकी है, लेकिन इस घोषणा को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष निरंजनी अखाड़े के श्री महंत रविंद्र पुरी ने अपना विरोध जताते हुए कहा है कि शंकराचार्य की घोषणा के लिए इतनी जल्दबाजी आखिर क्यों गई की गई वह भी बिना किसी अखाड़े की सहमति के।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने ज्योतिष पीठ के नवनियुक्त शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के विरोध को शंकराचार्य मानने से इनकार किया इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि हम कभी भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य नहीं मानेंगे. इसी के साथ ही श्री महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि ज्योतिष पीठ को लेकर काफी समय से विवाद कोर्ट में चल रहा है ऐसे में शंकराचार्य की घोषणा करना वह भी इतनी जल्दबाजी में बिना किसी संन्यासी अखाड़ों की सहमति के बहुत ही गलत है जिसका हम विरोध करते हैं
इसी के साथ रविंद्र पुरी ने कहा कि जल्द ही इस नियुक्ति के विरोध में सभी अखाड़ों की बैठक करेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे