महेन्द्र पाल त्यागी /नागल
नागल/अगस्त (सावन) का महीना पर्वो का म महीना कहा जाता है, अनेको पर्वो के बीच है तीज का त्योहार ,जिसे हिन्दू महिलाये बडी धूम धाम से विभिन्न लोक गीतो की धुन पर झूले की पैंग पर हर्षोउल्लास के साथ मस्ती में मनाती है ,गली- गली से कानो में सुनायी पडने वाली सावन के गीतो की धुन, पुरुष हो या महिला सबके मन को रोमांचित कर देती है। यहां तक की पकृति भी अंगडाइयाँ लेने लगती है। परन्तु आज मानव की व्यस्तता के कारण त्योहारो व परम्परागत पर्वो का महत्व कम होता जा रहा है।
इस परम्परा को जीवित रखते हुए , महिलाओ ने जीटी रोड पर स्थित अपने निजी संस्थान पर हरयाली तीज का पर्व , सावन के लोक गीतो की धुन पर बडी धूमधाम से मनाया । महिलाओ ने गीतो पर नृत्य कर समा बाधते हुये धमाल मचाया।
इस अवसर पर राकेश सहल ने प्रशन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि, सावन माह उमंगो का महीना है ‘ इस माह में महिलाये इकठ्ठा होकर झूला डालकर हरियाली तीज के गीतो पर झूला झूलती थी, परन्तु अब सिर्फ बीती बाते रह गयी है। हर पर्व मानव जीवन का एक मुख्यांश होता था जो मानव जीवन को नयी उमंग, तरंग, एवं उर्जा से परिपूर्ण कर देता था। परनु मानव ने इन परम्पराओ को दरकिनार करके अपने जीवन में द्वंदता खडी कर ली है।
इस अवसर पर थाना नागल की उप निरीक्षक करूणा चौधरी ने कहा कि समय-2 पर पडने वाले त्योहार भारतीय संस्कृति की पहचान है, त्योहारो से समाज में प्रेम, सोहार्द, त्याग, मित्रता, एवं निजता आदि भावँ का उदय होता है। अतः स भी पर्वो को प्रेम एवं हर्षो उल्लास के साथ मनाना चाहिए।
हरयाली तीज के आयोजन के दौरान रजनी राणा, सीमा देवी, नीलम राणा, सारिका वालिया, रेखा, सपना, बबीता, उषादेवी, मीनाक्षी, स्नेहलता, मीना, नेहा, पप्पन, अनीता, वंशिका, रीतू आदि मौजूद रही।
