बागपत पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास की वजह से अब बागपत इंद्रप्रस्थ से बेहतर है। कभी इंद्रप्रस्थ के लिए महाभारत हुआ था। सीएम ने कहा कि अब सरकारी नौकरियों में बागपत के युवा बड़ी संख्या में भर्ती हो रहे हैं, जबकि पहले सिर्फ सड़क पर दौड़ लगाते थे लेकिन भर्तियां नहीं हो रही थी, लेकिन अब हर गांव का नोजवान भर्ती हो रहा है जो काम बागपत में 65 से 70 साल में नहीं हुआ वो केंद्र सरकार ने 7 साल और यूपी की सरकार ने चार साल में कर दिखाया।
बागपत में सुबह सीएम हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुँचे और वहां से जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद सीएम सिसाना गांव गए और वहाँ प्राथमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। कुछ ही देर में वो बागपत कलक्ट्रेट पहुँचे और यहां अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। कुछ ही देर बाद पार्टी पदाधिकारियों को बाहर भेज दिया गया और फिर अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की।
बैठक खत्म होने के बाद सीएम ने प्रेस वार्ता की ओर कहा कि में कोरोना की दूसरी लहर में बागपत नहीं आ पाया था इसलिए अब आया हूँ। सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी समाप्त नहीं हुई है और सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि कोरोना महामारी को पूरा नियंत्रित कर लिया जाए। सभी वैक्सीन जरूर लगवाएं। यह भी कहा कि बागपत विकास के पथ पर दौड़ रहा है। इससे पहले सीएम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला अस्पताल पहुंचकर वैक्सीनेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने डाक्टरो से बातचीत करते हुए टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली। स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। महिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और जल्द प्लांट को शुरू कराने के लिए निर्देशित किया। पीकू सेंटर पर सभी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। डीएम को कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के लिए निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने सिसाना गांव में प्राइमरी स्कूल में पहुंचकर अलग-अलग स्टाल का निरीक्षण किया। कोरोना में माता या पिता को खोने वाले बच्चों का हाल जाना, उनको अच्छी तरह से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। चार गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की। आशाओ से टीकाकरण की जानकारी प्राप्त की साथी ही कोरोना की तीसरी लहर को मात देने के लिए तैयारी करने के निर्देश दिए। उधर, जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर आरएलडी कार्यकर्ताओं ने सीएम से न मिलने को लेकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया।
