हरिद्वार /रावली महसूस के क्षेत्र महादेवपुरम में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के नेतृत्व में महादेवपुरम की जनता ने अव्यवस्थाओं को लेकर प्रदर्शन किया आपको बता दें कि महादेवपुरम में काफी लंबे समय से क्षेत्र की जनता टूटी सड़कों वह जलभराव की समस्या से जूझ रही है ।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कई बार क्षेत्रीय विधायक व आला अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अभी तक हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तेलू राम प्रधान का कहना है कि भाजपा सरकार सिर्फ वादे करती है उन वादों को निभाती नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गांधीवादी पार्टी है ।और हम भाजपा सरकार से मांग करते हैं कि 1 हफ्ते के अंदर इन मार्गों पर को सही करवाने का कार्य प्रारंभ करवाएं। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम क्षेत्र की जनता के साथ जिला अधिकारी का घेराव करेंगे। और इसका जिम्मेदार स्वयं शासन और प्रशासन होगा।
स्थानीय नागरिक हरपाल सिंह का कहना है कि शासन प्रशासन यहां क्षेत्र में भर रहे पानी की निकासी के लिए नारों का निर्माण कर दें जिससे क्षेत्र में पढ़ने वाले गंदे पानी से हमें निजात मिल सके। उनका कहना है कि चाहे बड़े नाले बनाएं यह छोटे नाले यह देखना उनका काम है हमारी तो मांग सिर्फ यही है क्षेत्र में भरने वाले इस पानी की समस्या का जल्द समाधान करें।
स्थानीय व्यापारी शुभम कुमार का कहना है कि यह जलभराव की समस्या के चलते आज हमारे व्यापार ठप पड़े हैं। एक कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन की मार झेल रहे हैं ,तो दूसरी तरफ जलभराव की इस समस्या ने हमारे व्यापार को ठप कर दिया है ।जिसके चलते हमें भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उनका कहना है कि सिर्फ समस्या यही नहीं जलभराव के कारण हमारे परिचित भी यहां आने से कतराते हैं ।उनका कहना है कि जब यहां यह जलभराव की समस्या खत्म हो जाए तो बता देना हम आ जाएंगे।
स्थानीय निवासी दीपक का कहना है कि इस जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए हमने खुद के खर्च पर कई बार यहां मिट्टी की ट्रॉली डलवाई लेकिन सब मेहनत इस पानी के साथ बह गई ।क्योंकि जब भी हम यहां मिट्टी का भराव करवाते हैं तो, वह मिट्टी इस क्षेत्र में भरने वाले पानी के साथ धीरे-धीरे कट करके बह जाती है, और समस्या फिर जस की तस हो जाती है। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक हम इस समस्या से जूझते रहेंगे क्यों शासन और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता उनका कहना है कि सैकड़ों बार ग्राम प्रधान ,क्षेत्रीय विधायक, जिलाधिकारी के साथ अन्य कई अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन स्थिति आज भी जस की तस बनी है।