हरिद्वार। भाई जी के नाम से पहचान रखने वाले कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार का​ निधन हो गया है। वह पिछले 2 महीने से बीमार चल रहे थे।वह दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती थे। मंगलवार की रात उन्होनें अंतिम सांस ली। आज हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। उनके निधन से उनके समर्थकों में शोक की लहर है।
अम्बरीष कुमार को उत्तर प्रदेश विधान सभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के पुरस्कार से भी नवजा गया था। कांग्रेस से उनके राजनीतिक कैरियर की शुरूवात हुई थी और कुछ समय वह सपा में भी रहे और सपा के टिकट पर ही सांसद भी बने, बाद में वह कांग्रेस में लौट आये थे और 2019  लोकसभा चुनाव में भी वह कांग्रेस के​ टिकट पर चुनाव लड़े थे। 
अम्बरीष कुमार एक दौर में इंदिरा गांधी के खास लोगों में जाने जाते थे लेकिन उनकी संजय गांधी के साथ कभी नही बन सकी और इसी कारण वह विधायक या सासंद नही बन पाये। इसके बाद अपनी उपेक्षा से आजिज आकर उन्होनें क्रांतिकारी मंच नाम से  संगठन बनाया और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस के महावीर राणा के पसीने छूड़ा दिये। वह उस चुनाव में मात्र 71 मतों से हारे थे।

बाद में अम्बरीष कुमार समाजवादी पार्टी में चले गये थे और सपा के टिकट पर ही वह 1996 में हरिद्वार से विधायक बने।अक्खड़ स्वभाव के चलते उन्होने सपा को बाय बया कह दिया और अपना दल में काम कर उसे सक्रिय किया। बाद में वह फिर से कांग्रेस में वापस आ गये थे लेकिन वहां भी टिकट ना मिलने पर कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन हार गये। इसके बाद वह फिर से 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए और 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हे प्रत्याशी बनाया लेकिन वह चुनाव नही जीत सके। 2019 मे कांग्रेस ने उन्हे लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था, इस चुनाव वह भाजपा प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक से हार गये थे

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