*सार्वजनिक मंच पर गद्दीनशीन असली दावेदार शाह कासिफ ने लगाये परिवार के लोगो पर गम्भीर आरोप*
पिरान कलियर/मनव्वर क़ुरैशी।
इंसान की पहचान उसके कर्मों से होती है। महंगे कपड़े तो पुतले भी पहनते है दुनिया में इसलिए इंसान को अच्छे कर्म करने चाहिए ताकि उसकी पहचान अच्छे कर्म करने वालों में हो। अच्छे इंसान को चाहिए कि मन में किसी से बदला लेने का विचार न रखे। बल्कि मन में बदले की भावना को छोड़ कर सामने वाले को बदले। आज इंसान चाहता है कि उडऩे को पर मिले, और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले। इंसान बुलंदी पर पहुँचकर जमीन को भूल बैठने की ना समझी करता है और यही कारण है कि बुलंदी ज्यादा देर तक ऐसे इंसान के पास नही रहती। मशहूर शायर मुनव्वर राना ने कहा है कि बुलंदी देर तक किस शख्स के हिस्से में रहती है, बड़ी ऊंची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है।
दरअसल सुफिईज्म में हिंदुस्तान की सबसे महत्वपूर्ण और बड़ी गद्दी का गद्दीनशीन होने का दावा करने वाले शख़्स ने सार्वजनिक मंच के माध्यम से परिवार के सदस्यों पर कई गम्भीर सवाल खड़े करते हुए एक पोस्ट की है। जिसके बाद सिलसिले से जुड़े लोगों में चर्चाएं व्याप्त है।
जानकारी के मुताबिक़ हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक दरगाह के 16 वे गद्दीनशीन शाह मंसूर एज़ाज़ कुद्दुसी साबरी का एक माह अधिक पूर्व देहांत हो गया था। जिसके बाद नवनियुक्त गद्दीनशीन के रूप में उनके चौथे नम्बर के भाई शाह मंजर एज़ाज़ साबरी उर्फ शिम्मी मियां के बड़े बेटे अली शाह मियां को गद्दीनशीन नियुक्त किया गया था। कुछ दिन बाद ही परिवार के एक और सदस्य शाह काशिफ मियां ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर अपने आपको गद्दीनशीन होने का सही हक़दार बताने का दावा किया था। जबकि एक दिन में ही काशिफ़ मिया ने पोस्ट को डिलीट भी कर दिया था। उसके बाद उन्होंने इस बात का खण्डन आजतक नही किया। अभी हाल ही में स्वर्गीय पूर्व गद्दीनशीन के चेलुम फ़ातिहा को लेकर एक बार फिर से मामले ने तूल पकड़ा है।
सज्जादगी का दावा करने वाले काशिफ मियां ने सार्वजनिक मंच फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है। जिसमे उनके द्वारा अपने पिरोमुर्शिद की चेलुम फ़ातिहा में परिवार के सदस्यों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरे परिवार के कुछ लोगो ने मेरे मेहमानों को फ़ातिहा में आने से रोका, इसके लिए मेहमानों को बाकायदा फोन कर धमकी भी देने के आरोप लगाया गया। वही काशिफ मियाँ ने कहा कि अब इस फ़ातिहा के बाद कोई भी परिवारिक सदस्य चेलुम फ़ातिहा कराता है तो वह फेक और पब्लिक स्टंट होगा। गौरतलब है कि रविवार को नवनियुक्त गद्दीनशीन की ओर से स्वर्गीय गद्दीनशीन की फ़ातिहा कराए जाने का एलान किया गया है। ऐसे में परिवार के अंदर ही मतभेद वाली स्थिति आस्था रखने वाले अकीदतमंदों में असमंजस की स्थिति पैदा कर रही है।