*कुमराडा गांव में तालाब की भूमि से मूर्ति हटाने गयी पुलिस-प्रशासन की टीम पर पथराव,पुलिस ने ग्रामीणों पर भांजी लाठी*
मंगलौर/मनव्वर क़ुरैशी।मंगलौर के कुमराड़ा गांव में तालाब की भूमि को पाटकर लगाई गई मूर्ति हटाने गई प्रशासनिक व पुलिस टीम पर गांव वालों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासनिक टीम पर जमकर पथराव किया। डिफेंस में पुलिस टीम ने लाठियां बरसाकर मूर्ति को तालाब की भूमि से हटाया।
मंगलोर के कुमराड़ा गांव में कुछ लोगो ने एएसडीएम को तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा कर मूर्ति लगाने की शिकायत की गई थी। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया। वह तालाब की भूमि से मूर्ति हटाने का विरोध कर रहे थे। आज नायब तहसीलदार सुरेश सैनी के नेतृत्व में कानूनगो राजकुमार तथा लेखपाल ओमप्रकाश जेसीबी लेकर पहुंचे और ग्रामीणों द्वारा लगाई गई भगवान भोले शंकर की मूर्ति को हटाने का प्रयास किया। जैसे ही प्रशासनिक टीम मूर्ति हटाने लगी तो ग्रामीण विरोध करने लगे। मामला बढ़ता देख प्रशासनिक टीम द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट ने भारी पुलिस बल बुला लिया। साथ ही मूर्ति को हटाने का प्रयास करने लगे। लोगो ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव शुरु कर दिया। पुलिस ने भी बल प्रयोग करते हुए हंगामा कर रही महिलाओं व अन्य ग्रामीणों पर लाठियां बरसानी शुरु कर दी। ग्रामीणों को साइड में कर पुलिस व प्रशासनिक टीम ने तालाब की भूमि से ग्रामीणों द्वारा लगाई गई मूर्ति को हटा दिया और भूमि को जेसीबी से खोजकर वहां से मिट्टी उठाकर तालाब की खुदाई कर दी गई। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात किया गया है। पथराव में कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट सहित पुलिसकर्मी पवन पुंडीर, ललिता खंडेलवाल व जेसीबी चालक बिरम सिंह सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने नायब तहसीलदार की तहरीर के आधार पर 26 लोगों को नामजद करते हुए 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे एएसडीएम पूरन सिंह राणा व सीओ पंकज गैरोला ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
