बहादराबाद के ग्राम जमालपुर खुर्द का निवासी वृद्ध अपने ही बेटे के हाथों आज दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गया है ।आपको बता दें कि ग्राम जमालपुर खुर्द का निवासी सुंदरलाल आज अपनी उम्र के ऐसे पड़ाव में पहुंच चुके हैं, जहां उन्हें अब घर में बैठकर आराम करना चाहिए। आज वही शख्स अपनी उम्र के इस पड़ाव में दर-दर की ठोकरें खा रहा है। जिसका कारण उनका अपना सगा बेटा है ।सुंदरलाल की आंखें उसके साथ हो हर अत्याचार के दर्द को बयां कर रही है ।

सुंदरलाल ने बताया कि उसका बड़ा बेटा जो कि पेशे से ड्राइवर है वह प्रॉपर्टी को लेकर रोज अपने बूढ़े मां बाप से मारपीट तक करने से गुरेज नहीं खाता है। जिसके चलते अब से 11 साल पहले सुंदरलाल ने अपने बेटे को अपनी चल अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। जिसके बावजूद सुंदरलाल का बेटा जबरन उनके साथ रह रहा है।ओर अपने माँ बाप ओर बहन भाइयों को डरा धमका कर अपनी मनमानी करता चला आ रहा हैं। बेटे से दुखी होकर सुंदरलाल अभी तक हर वह दरवाजा खटखटा चुका है, जहां से उसे इंसाफ मिलने की उम्मीद नजर आ रही थी। लेकिन आज अपने ही हालातों के कारण अपने आप को लाचार असहाय महसूस कर रहा है।

सुंदरलाल की घर की स्थिति की अगर बात की जाए तो सिर्फ एक बेटा पूरे घर की गुजर-बसर चला रहा है ।जो एक फैक्ट्री में मात्र 13 हजार की नौकरी में अपने मां बाप के साथ एक बहन और उसके दो बच्चों की जिम्मेवारी का बोझ भी सुंदरलाल के बेटे के कंधों पर है ।

बदहाली के इन हालातों में आज सुंदरलाल बिल्कुल निराश हो चुका है ।और अपने ही बेटे के हाथों अत्याचार का शिकार बन रहा है ।सुंदरलाल का कहना है कि आज ना तो शासन ना प्रशासन कोई भी उसकी मदद नहीं कर रहा है ।बूढ़ी आंखों की ये बेबसी आज इंसाफ के लिए राह तक रही है।

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