पिता की साफ छवि एवं सही हकदार होने का स्थानीय व अक़ीदतमन्दों का मिल रहा सहयोग
पिरान कलियर/मनव्वर क़ुरैशी।विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक की सज्जादगी को लेकर उठापटक जोरो पर कोई भी अपने आपको सज्जादगी की लाइन में खड़ाकर पेश कर रहा है।लेकिन दरगाह साबिर पाक की सज्जादगी को लेकर कुछ स्थानीय मोज्जिज लोगो एवं अक़ीमन्दों से उक्त मामले को लेकर जानकारी की तो उन्होंने बताया है कि दरगाह साबिर पाक की रसुमात शाह मंसूर एजाज करते चले आ रहे है और उनकी गैर मौजूदगी में इन रसुमात को शाह वामिक एजाज कराते थे वही शाह मंसूर एजाज शाह वामिक एजाज और उनके सपुत्र काशिफ वामिक एजाज पर इनकी देखरेख की जम्मेदारी थी जिसको अंजाम देते चले आ रहे है। अक़ीदतमन्दों का मानना है कि इस पीढ़ी में और शाह मंसूर एजाज के बाद परिवार में शाह वामिक एजाज बड़े होने के नाते और इस पीढ़ी में काशिफ वामिक एजाज सबसे बड़े होने के नाते सज्जादगी के सही हकदार है जिसको लेकर अली शाह एजाज ने काशिफ वामिक एजाज को दर किनार कर अपना हक बता रहा है और सज्जादगी की लाइन में सबसे आगे खड़ाकर दिखाने में बाहर से आने वाले जायरीनों एवं अक़ीदतमन्दों को गुमराह कर रहा है। सज्जादगी को लेकर काशिफ वामिक एजाज ने किया स्वयं को साबिर पाक का सज्जादा नशीन घोषित करने का ऐलान साथ ही अली शाह मंजर एजाज सिम्मी मिया के बेटे को बताया झूठा कहां मेरा ही अधिकार है सज्जादगी पर।
