भगवानपुर , आज कोरोना संक्रमण के दिन प्रतिदिन बढ़ते आंकड़े एक चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।ऐसे में हर वक्त कही न कही जरुरत पड़ती रहती हें वही विधायक निधि 2017-18 से सीएचसी को दी गयी एम्बुलेंस विगत एक वर्ष से वर्कशाप में धूल फांक रही है लेकिन कोई अधिकारी इसकी सुध लेने वाला नही है इतना ही नही वर्कशाप संचालक भी लगातार अधिकारियों से इस सम्बंध में सम्पर्क साध चुके हैं।कोरोना संकट से पूरा देश जूझ रहा है वहीं उत्तराखण्ड देश के ऐसे राज्यों में शामिल है जहां कोरोना बेकाबू हो चुका है ऐसे में मरीज को समय से अस्पताल पहुंचाने में एम्बुलेन्स की आवश्यकता भी अधिक बढ़ गयी है पिछले दिनों ऐसे भी कई मामले सामने आए जब निजी एम्बुलेंस संचालकों ने पीड़ितों से मनमाने दाम वसूले। ऐसे में सीएचसी भगवानपुर की एक एम्बुलेन्स करीब एक वर्ष से वर्कशाप में धूल फांक रही है इस समय में इसकी कितनी आवश्यकता है और वह मरीजों के लिए कितनी मददगार साबित हो सकती है।इसको लेकर कोई गंभीर नहीं हैं सिंह ऑटोमोबाइल के संचालक विश्वतोष सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना में करीब एक वर्ष पहले गाड़ी क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां लाई गई थी जिसका इस्टीमेट करीब डेढ़ लाख बना था उसके बाद अधिकारियों ने वर्कशाप आकर निरीक्षण भी किया था लेकिन उसके बाद किसी ने आकर सुध नही ली।
