महाकुंभ 2021 में सफाई व्यवस्था को सुचारू करने के लिए बाहरी राज्यों से सफाई कर्मचारी हरिद्वार में तैनात किए गए थे। जिनको कुछ नियम और शर्तों के साथ हरिद्वार में लाया गया था। लेकिन नगर निगम में बैठे दलालों के चलते आज इन सफाई कर्मचारियों के भूखे मरने की नौबत आ गई है। सफाई कर्मचारियों को ना तो सरकारी राशन ही मिला और ना ही उनका वेतन, जिससे नाराज हुए सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम में धरना प्रदर्शन कर अपने वेतन पाने के लिए आवाज उठाई हैं। सफाई कर्मचारियों की माने तो उनका कहना है कि, नगर निगम के द्वारा ठेकेदारों को पैसा उनके खातों में भेज दिया गया है ।जबकि ठेकेदार के द्वारा कर्मचारियों को अभी तक कोई पैसा नहीं दिया गया। कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि, हर कुंभ में सफाई कर्मचारियों के लिए रहने और खाने की हर सुविधा मुहैया कराई जाती थी ।लेकिन इस बार तपती धूप और गर्मी के बीच त्रिपाल के नीचे रहना पड़ रहा है। सिर्फ यही नहीं हर बार की तरह इस बार सरकारी राशन तक उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसके चलते आज हमारे भूखे मरने की नौबत आ गई है ।वहीं सफाई कर्मचारियों के साथ आई महिला सफाई कर्मचारी का कहना है कि हमें भीख मांग कर अपने पेट की आग बुझानी पड़ रही है। और अपने बच्चों का पेट भरना पड़ रहा है। उनका कहना है कि जब तक हमें हमारा वेतन नहीं मिल जाता तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे।यह हाल सिर्फ इस कुम्भ का ही नही हैं इससे पहले भी कुम्भ मेलो में इसी तरह सफाई कर्मचारियों के साथ धोखा दढ़ी होती रही हैं।

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