रिपोर्ट:मनव्वर कुरैशी
रुड़की।एडीबी द्वारा रुड़की नगर में लगभाग 300 करोड़ रुपए से सीवर कार्य कराए थे निमार्ण के समय से ही ये गड्ढे क्षेत्रवासियो के लिए जी का जंजाल बने हुए है जिस समय एडीबी ने कार्य शुरू किया था उसके बाद से लगातर सात वर्षों से गड्ढे हों जाते है पिछले 2 माह से एडीबी के बड़े बड़े गड्ढों का सभी अधिकारी निरीक्षण कर चुके है जिसमें लोगो ने बताया था जब से सीवर लाइने डाली गई है तभी से यहां बड़े बड़े गड्ढे हों रहे है जिन्हें लोगो की सुरक्षा के दृष्टिगत जल संस्थान द्वारा अनेक बार भरवाया गया लेकिन मिट्टी फिर बैठ जाती है गणेशपुर क्षेत्र में लगभग पिछले 7वर्षों से भू धंसाव बड़े बड़े गड्ढे और मकानों में आ रही दरारों एवं चैंबर टूटने का सिलसिला लगातार चल रहा है जिसको जल संस्थान अधिकारी और नगर निगम अधिकारी समाधान हेतु कार्य करते आ रहे है गणेशपुर में लगातार मकानों में आती दरारें और जमीन में जा रहे नाले के पानी का सुराग ढूंढने हेतु हल संस्थान ने कास्टिंग पाइप मंगाए है जिसका निरीक्षण स्वयं अधिशाषी अभियंता हरीश बंसल प्रतिदिन कर रहे है एवं सहायक अभियंता मुख्यालय और सहायक अभियंता रुड़की अपर सहायक अभियंता कनिष्ठ अभियंता लगातार डटे हुए है एवं ठेकादर को लगातार टैक्निकल दिशा निर्देश दिए जा रहे है सहायक अभियंता जुनैद गौड ने साइट का निरीक्षण करते हुए कहा कि पिछले 7 साल से ये समस्या चल रही है इसकी तकनीकी समस्याओं की खुदवाकर जांच की जा रही है जिससे जमीन के अंदर के सभी फॉल्ट चिह्नित किए जा सके कास्टिंग पाइप के अंदर खुदाई कराने से दुर्घटना का खतरा नहीं होगा और सुरक्षित करते हुए खुदाई कार्य कराए जा रहे है एवं फॉल्ट को चिह्नित करने के प्रयास किए जा रहे है सहायक अभियंता जुनैद गौड ने बताया ड्रॉइंग को चेक कर लिया गया है उसी के अनुसार तकनीकी फॉल्ट को चेक किया जा रहा है तकनीकी फॉल्ट जगह जगह आ रहे है गणेशपुर की मुख्य लाइन को बंद कर अस्थाई व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे है जिससे भवन में दरारें और सड़कों पर हो रहे गड्ढे की समस्या को समाप्त किया जा सके।
