खबर इंडस्ट्रीज एरिया बहादराबाद से है जहां ऑक्सीजन गैस प्लांट में ऑक्सीजन लेने वालों की भारी भीड़ जमा है। वही ऑक्सीजन लेने के लिए आए कुछ स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि ,ऑक्सीजन के सिलेंडर को लेकर यहां धांधले बाजी चल रही है ।लोगो का आरोप हैं के कई घंटों खड़े होने के बाद भी ऑक्सीजन के सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। जबकि उनके बाद आए लोग बिना लाइन में लगे ऑक्सीजन के सिलेंडर लेकर के जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि प्लांट से बाहर प्लांट का एक आदमी बैठ कर पर्ची बनाकर अंदर भेज रहा है और उसी पर्ची पर उन लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमें 3 घंटे हो चुके हैं और अभी तक हमे ऑक्सीजन का सिलेंडर नहीं मिल पाया है। जब भी पूछा जा रहा है तो सिर्फ यही जवाब मिलता है कि, अभी सिलेंडर रिफिलिंग हो रहे हैं।
इसी संबंध में जब प्लांट के कर्मचारी से बात की गई तो प्लांट के कर्मचारी का यही कहना है कि, प्लांट में लगातार कार्य चल रहा है ।सिलेंडर भर कर के आ रहे हैं और जो भी सिलेंडर लेने के लिए आ रहे हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सिलेंडर मुहैया कराए जा रहे हैं ।प्लांट के कर्मचारी ने बताया कि एक बार में 12 सिलेंडर एक साथ रिफिल किए जाते हैं ।जिसमें आधे घंटे का समय लगता है ।उसी के अनुसार सिलेंडर रिफिल हो करके आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ऑक्सीजन के सिलेंडरों को लेकर यह है कि, ना तो इनमें कोई वजन किया जा रहा है और ना ही यह बताया जा रहा है कि इसमें ऑक्सीजन की मात्रा कितनी है। लोगों की अगर मानें तो उनका कहना है कि भरा हुआ सिलेंडर मात्र 6 से 7 घंटे में ही खत्म हो जा रहा है। इन सब बातों को देखकर कहीं ना कहीं यह सवालिया निशान उठता है कि ,सिलेंडर की रिफिलिंग में ऑक्सीजन की मात्रा को लेकर भी धांधलेबाजी का यह खेल चल रहा है।